भदोही। डोमोटेक्स फेयर का गुरुवार को शुभारंभ हो गया। जर्मनी के हनोवर सिटी में आयोजित किए जा रहे इस अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले में बनाएं गए भारतीय पवेलियन का सौम्या गुप्ता भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा किया गया। उसके बाद उन्होंने भारतीय पवेलियन में देश के निर्यातकों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन कर उनके द्वारा निर्मित किए गए विभिन्न प्रकार के कालीनों को देखा। जहां उन्होंने भारतीय हस्तशिल्प कला की तारीफ की।
इस दौरान जर्मनी के हनोवर सिटी में 11 से 14 जनवरी के बीच 4 दिवसीय डोमोटेक्स फेयर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भारत से 155 कालीन निर्यातकों द्वारा अपने-अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। फेयर में भदोही-मिर्जापुर कालीन परिक्षेत्र के निर्यातक निर्यातक अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं। इसके साथ ही काफी संख्या में अन्य कालीन निर्यातक भी डोमोटेक्स में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। डोमोटेक्स ट्रेड फेयर के पहले दिन काफी संख्या में विभिन्न आयातकों देशों से खरीदार वहां पर प्रतिभाग करने के लिए पहुंचे। भारतीय पवेलियन में पहुंचकर आयातकों ने यहां के उत्पादों को देखा और निर्यातकों से व्यापारिक पूछताछ की। यह अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला हस्त निर्मित कालीन और फर्श कवरिंग के लिए दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़े विशेष व्यापार मेले में से एक है। यह अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला छोटे पैमाने के कुटीर-आधारित सदस्य-निर्यातकों को दुनिया भर के संभावित ग्राहकों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है और निर्यातक सदस्यों को यूरोपीय बाजार में व्यापार करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता रहा है। डोमोटेक्स जर्मनी में भागीदारी हमारे सदस्य निर्यातकों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर है।
इस मौके पर सीईपीसी चेयरमैन कैप्टन मुकेश कुमार गोम्बर, प्रशासनिक समिति के सदस्य मो.वासिफ अंसारी, गुलाम नबी भट्ट, महावीर प्रताप शर्मा, असलम महबूब, रोहित गुप्वंता, परिषद की कार्यकारी निदेशक सह सचिव डॉ. स्मिता नगरकोटी सहित सीईपीसी के पूर्व प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना भाई, निर्यातक शमीम अंसारी, राजीव गुप्ता, काफी संख्या में कालीन निर्यातक मौजूद रहें।