बलरामपुर/जनपदवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए बहुप्रतीक्षित मेडिकल कालेज के शैक्षणिक ब्लाक, प्रशासनिक भवन, प्रोफेसर्स, चिकित्सकों तथा मेडिकल स्टाफ के ठहरने के लिए आवासीय भवन के लिए जमीन की उपल्बधता में आ रही अड़चनें दूर हो गई हैं और इसके लिए हाईवे के पास सबसे उपयुक्त 10.3590 हेक्टेयर जमीन चिन्हित कर ली गई है। जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उतरौला हाईवे पर मेडिकल कालेज के लिए प्रशासनिक भवन, प्रोफेर्स, डाक्टर एवं नर्सेस के ठहरने के लिए आवासीय भवन के निर्माण के लिए चिन्हित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। बताते चलें कि वर्ष 2017-18 से मेडिकल के प्रशासनिक भवन, प्रोफेर्स, डाक्टर्स एवं नर्सेस के ठहरने के लिए आवासीय भवन के निर्माण के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हांकित करने के कार्यवाही चल रही थी जिसे गति देते हुए भूमि के चिन्हांकन में शासन एवं मानक में आ रही दिक्कतों के निदान के लिए जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने विगत दो महीने में व्यक्तिगत प्रयास किया है। जिलाधिकारी ने दिक्कतों को हर स्तर पर दूर करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन कर आवश्यक निर्देश दिया था। जिलाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज के लिए प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, प्रोफेर्स, डाक्टर्स एवं नर्सेस के ठहरने के लिए आवासीय भवन के निर्माण के लिए आगणन तैयार कराकर प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है जिसे शासन से जल्द स्वीकृति के लिए प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज के भवन के निर्माण के लिए 14 करोड़ 36 लाख 50 हजार 400 रूपए का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। शासन से स्वीकृति मिलते ही राज्य विश्व विद्यालय की तरह ही एक दो माह के अंदर समस्त कार्यवाही पूर्ण करा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज के प्रशासनिक एवं आवासीय भवन बन जाने से वहां पर स्टाफ की तैनाती के साथ ही जनसामान्य को बेहतर एवं उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगीं।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, एसडीएम सदर राजेन्द्र बहादुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।