चरखारी विधायक ने जांच कराने के लिए डीएम को लिखा पत्र’ एसडीएम ने पुलिस से जांच कराने के लिए जारी किया पत्र
महोबा, चरखारी* 12 जुलाई। प्रधानमन्त्री फसल बीमा में किसानों को साथ ठगी करने का एक नया तरीका ठगों द्वारा शुरू किया गया है जिसमें फर्जी बटाईदार दर्ज कराते हुए एक ही गाव के 80 हेक्टेएर कृषि भूमि का बीमा ठगों द्वारा किया गया है। शिकायत मिलने पर एसडीएम चरखारी ने पुलिस व जिला कृषि अधिकारी को पत्र भेजते हुए जांच कराने तथा चरखारी विधायक ने जिलाधिकारी से जांच करते हुए ठगों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। फिलहाल ठगी के मामले का खुलासा का मामला चरखारी विकास खण्ड के ग्राम गोपालपुरा से प्रकाश में है जिसमें गांव के तीन दर्जन किसानों ने एसडीएम चरखारी को शिकायती पत्र देते हुए जांच एवं कार्यवाही किए जाने की मांग की है। वहीं विधायक चरखारी से डा० बृजभूषण राजपूत से भी ग्रामीणों ने न्याय की गुहार लगायी है। बीमा घोटाला में एक ही गांव के वीरपाल सिंह’ वीर सिंह’ देवेन्द्र कुमार’ नरेन्द्र सिंह’ मान सिंह’ रघुवर’ देवी सिंह’ रमेश’ कमला सहित तीन दर्जन किसान ठगी के शिकार हुए हैं। किसानों ने बताया कि जब वह स्थानीय सीएससी बीमा कराने पहुंचे तो सभी के बीमा पूर्व से होना दर्ज पाए जाने पर किसानों के हाथ पैर फूल गए तथा सभी किसान एसडीएम के पास गुहार लगाने पहुंचे जहां एसडीएम चरखारी ने जिला कृषि अधिकारी एवं पुलिस को जांच सौंपी है। वहीं चरखारी विधायक आवास पर पहुंचे किसानों ने विधायक प्रतिनिधि उदित राजपूत से भी न्याय की गुहार लगायी है तथा चरखारी विधायक डॉ० राजपूत से वार्ता करते हुए प्रतिनिधि श्री राजपूत ने जिलाधिकारी महोबा को पत्र भेजते हुए ठगों की जांच कर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। किसानों ने बताया कि गांव के ही नरेश व अनिल ने अपने परिवारीजनों’ रिश्तेदारों’ मित्रों को बटाईदार के रूप दर्ज कराते हुए बीमा कराया है तथा अपने खाता लगाए गए हैं। बीमा के नाम हुई ठगी का यह पहला मामला गोपालपुरा गांव से प्रकाश में आया है लेकिन इसके अलावा कई अन्य गांवों में भी इसी तरह का फ्रॉड हुआ है और लोगों के बीमा नहीं हो पा रहे हैं। यह भी जानकारी मिल रही है कि इस तरह का फजीवाड़ा पूरे जिले में हुआ है जिसमें बीमा कम्पनी के कुछ ऐजेंटों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। इस बावत पूंछे जाने पर जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि फिलहाल व अवकाश पर हैं और जांच मिलने पर सभी परतें खोली जाएंगी।