केयर एंड फेयर समाज के गरीब व बुनकर परिवार को कर रहा है लाभान्वित: वाल्कर हेनरिक
भदोही जनपद में गर्ल्स हाई स्कूल की स्थापना कर लड़कियों को करेगा शिक्षित: पीटर फ्लिगनर
भदोही। केयर एण्ड फेयर (इण्डिया) एक पंजीकृत सार्वजनिक ट्रस्ट है, जो भदोही- मिर्जापुर कालीन क्षेत्र से बालश्रम की समस्या को समाप्त करने के लिए निरन्तर सक्रिय है। उक्त बातें केयर एंड फेयर के चेयरमैन वाल्कर हेनरिक ने स्टेशन रोड स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में प्रेस वार्ता करते हुए कहा। श्री हेनरिक ने कहा कि केयर एंड फेयर की स्थापना 1995 में प्रमुख कालीन निर्यातक एवं आयातको के समूह ने मिलकर किया था। केयर एण्ड फेयर अपने निःशुल्क शिक्षा कार्यक्रम तथा स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से कालीन क्षेत्र के बच्चों की स्कूली शिक्षा तथा प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के माध्यम से कालीन उद्योग क्षेत्र के विकास में लगा हुआ है। उन्होंने कहा वर्तमान समय में केयर एण्ड फेयर (इण्डिया) द्वारा 8 स्कूली शिक्षा कार्यक्रम, 6 महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम (प्रशिक्षण) तथा 2 स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित हो रहे है। जिनके माध्यम से कालीन क्षेत्र के बुनकर तथा गरीब परिवारों को लाभावित कर रही है। कहा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम द्वारा प्रति वर्ष 250 से अधिक महिलाओं का प्रशिक्षण होता है। केयर एण्ड फेयर के विभिन्न शैक्षिक परियोजनाओ द्वारा वर्तमान समय में 2200 से अधिक बच्चों को स्कूली शिक्षा प्रदान की जा रही है, साथ ही बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भदोही जनपद में एक गर्ल्स हाई स्कूल संचालित कर रही है। कैयर एण्ड फेयर के सभी विद्यालय मान्यता प्राप्त है। स्वास्थ्य कार्यक्रम में प्रति वर्ष लगभग 40000 रोगियों को सीधा लाभ पहुँचता है तथा समय समय पर आँख का आपरेशन तथा स्वास्थ्य कैम्प लगाकर रोगियों को लाभ पहुँचाता है।
केयर एण्ड फेयर की परियोजनाएं भदोही, जौनपुर तथा मिर्जापुर में संचालित है। मिर्जापुर जनपद में विकसित नए स्कूल का उद्घाटन दिनांक 16.04.2024 दिन मंगलवार को होने जा रहा है। केयर एण्ड फेयर की नयी परियोजना के तहत सत्र 2024 2025 में वाराणसी जनपद के नेवादा ग्राम में नये स्कूल की स्थापना होगी। जिसके लिए आवश्यक भूमि का (इजहार इन्टरनेशनल) प्रबन्ध श्री बाबू भाई द्वारा किया गया है। प्रेस वार्ता में सुसान ब्रूनर, अहसन रउफ खां, प्रकाशमणि शर्मा, उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना, रियाज अहमद अंसारी बाबू भाई, शमीम आलम अंसारी लल्लन साहब, नदीम सिद्दीकी आदि प्रमुख रूप से रहे।