चित्रकूट: विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान का प्रथम चरण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत सोमवार को अंतरविभागीय समन्वय समिति की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मुख्य विकास अधिकारी अम्रतपाल कौर की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार कक्ष में हुई।
मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विभागों को अपने कार्यों को शत प्रतिशत पूर्ण कराने के लिए निर्देश दिए। सहयोगी संस्थाओं यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ द्वारा दिए गए फीडबैक पर चर्चा करते हुए समस्त विभागों को कार्यों में सुधार के लिए कहा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी ने बताया कि दस्तक अभियान 10 अप्रैल से चलाया जा रहा है। जिसमें जनपद में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की कुल 824 टीमों द्वारा घरों का भ्रमण कर बुखार के मरीज, कुपोषित बच्चों, खांसी जुकाम के लक्षण वाले व्यक्तियों, क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें समुचित इलाज व प्रबंधन के लिए संदर्भित कर रही है। साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन कार्ययोजना के अनुसार एंटी लारवा दवा के छिड़काव व फॉगिंग का कार्य भी नियमित रूप से किया जा रहा है। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वेक्टर बोर्न डॉ जीआर रतमेले ने बताया कि इस बार दस्तक अभियान में आशाओं द्वारा घर के समस्त व्यक्तियों की आभा आईडी का भी सृजन किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी लाल साहब सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान के अंतर्गत अभी तक आशाओं द्वारा कुल 109859 घरों का भ्रमण किया गया है। जिसमें खांसी, जुकाम, बुखार के कुल 46 मरीज, क्षय रोग के लक्षण वाले कुल 1 मरीज चिन्हित किए गए हैं। जिनका समुचित इलाज व प्रबंधन किया जा चुका है।
इस मौके पर युनीसेफ के डॉ दिलीप द्विवेदी, पॉथ संस्था के डॉ रविराज, सहायक जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक रोहित व्यास, मलेरिया निरीक्षक ज्योति सिंह, प्रगति चंदेल व जय शंकर गुप्ता आदि मौजूद रहे।