भाजपा अपने ही गढ़ में बुरी तरह से हारी, अपना बूथ भी नहीं बचा सकी. त्रिमूर्ति बने सपा के खेवनहार
जखनिया गाजीपुर। जखनिया विधानसभा 373 दलित बाहुल्य विधानसभा होने के साथ-साथ यादव,राजभर, कुशवाहा, मुस्लिम सहित अन्य बिरादरी से हरा भरा है। बीजेपी प्रत्याशी पारस नाथ राय का घर सिखड़ी गांव में होने के साथ ही इस विधानसभा के होने से लोगों में अटकले लगाई जा रही थी की अपने क्षेत्रीय होने का सहानुभूति मिलेगा लेकिन जनता ने सीधे उलटा किया। बीजेपी प्रत्याशी अपना बूथ गांव ब्लॉक विधानसभा भी नही बचा पाए। ज़खनिया विधानसभा से सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी को 26348 मतो की लीड देकर सांसद चुना है। इसके अलावा सबसे बड़ा गांव अलीपुर मदरा बीजेपी का गढ़ माना जा रहा था जँहा से पूरी संगठन और बीजेपी प्रत्याशी का चुनावी संचालन हो रहा था। इसके बावजूद लोकसभा 75 में बीजेपी की सिक्का नही चल पा रही है। वही सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी के लिए मिल का पत्थर साबित हुए पूर्व विधायक व विधानसभा प्रभारी त्रिवेणी राम,समाजवादी पार्टी संगठन के प्रभारी व जिला उपाध्यक्ष आमीर अली और विधानसभा अध्यक्ष अवधेश उर्फ राजू यादव ने अलीपुर मदरा से बनी रणनीति से सफल हुए और समाजवादी पार्टी और इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी अफजाल अन्सारी को 124266 मतों से विजयी बनाने में सफलता हासिल की है। लोगों में चर्चा है की पूर्व विधायक त्रिवेणी राम के नेतृत्व में प्रधानी से लेकर विधानसभा 2027 में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे।