स्थानीय प्रशासन विकास प्राधिकरण वन विभाग सुरक्षा करने में फेल है सोहावल तहसील क्षेत्र के मोइया कपूर पुर में सरकार ने पर्यावरण संरक्षण एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रु0 की लागत से तैयार हो रही समदा झील पक्षी विहार परियोजना की सुरक्षा करने में प्रशासन फेल हो गया। पिछले छः माह से इसे निशाने पर लेकर लूट मचाने वालो ने झील की सारी मछलियां शिकार कर निकाल ली और जिम्मेदार देखते रह गए। सूखी समदा में बचे खुचे पानी के बीच जीवन खोज रही मछलियों को दर्जनों शिकारियों ने दिन दहाड़े शिकार किया और हजारों का माल लेकर चंपत हो गए न पर्यटन विभाग के चारो सुरक्षा कर्मी दिखाई पड़े न ही उपजिला अधिकारी के आदेशित पूरा कलंदर थाने की पुलिस एवं वन विभाग के कर्मी ही नजर आये।राम नगरी के पर्यटन से जुड़ी लगभग 67 हे0 में फैली समदा झील को पक्षी विहार योजना के तहद विकसित करने की तीन वर्ष पहले शुरू हुई योजना में अब तक 9 करोड़ से ज्यादा की धनराशि ए डी ए खर्च कर चुका है। मनरेगा से बांध बनाकर पक्षियों को सुरक्षित और आकर्षित करने के लिए बड़े बड़े टीलो का निर्माण, लाखो वृक्ष, फूल पत्ते छायादार पेड़ों में पर्यटकों के घूमने बैठने की व्यवस्था जैसे प्रबंध अब सैकड़ों शैलानियो को आकर्षित करने लगे है। इको सिस्टम से तैयार हो रही इस झील में कई लाख की मछलियां पूरी झील में आने वालो का आकर्षण बनी हुई थी लेकिन कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने खुन्नस बस इसे निशाने पर लेकर मौका पाते ही मछलियों का शिकार करना शुरू कर दिया। कई बार पकड़े गए लेकिन पुलिस और तहसील प्रशासन से भ्रष्टाचार की रस्सी पकड़ निकल गए। प्रशासन की कमजोर नस का फायदा उठाते अब तक लूटते आए दर्जन भर से ज्यादा शिकारियों ने शुक्रवार को दिन दहाड़े झील के एक हिस्से में घंटो जाल लगाकर मछलियों का शिकार किया और चलते बने जब तक प्रशासन जागता बहुत देर हो चुकी थी।उप जिलाधिकारी अशोक कुमार सैनी ने कहा कि जिन लोगो को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी इन्हे तलब किया जायेगा। वायरल वीडियो को देख कर शर्मिंदगी महसूस हो रही है। लूट मचाने वाले बचेंगे नही इन्हे चिन्हित कर केस दर्ज कराया और जेल भेजा जाएगा।