हुसैनी सदाओं में निकला मुहर्रम का जुलूस
ललितपुर । नम आँखों के साथ अमन शान्ति व इंसानियत का पैगाम लेकर बुधवार को ललितपुर शहर की सड़कों पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। हुसैनी सदाओं में निकला मुहर्रम का जुलूस, सजी ताजियों व बुर्खो की मिशिल, फातिहा पढ़ कर माँगी मुरादें ललितपुर बुधवार की शाम मोहर्रम की 10 वीं तारीख में सव की जुवाँ पर या हुसैन की सदाए। गम में डूबे इमाम हुसैन की चाहने वाले हर ओर जिक्र-ए-शहादत शहर की तंग गलियों से लेकर करबला तक बुलन्द होती या हुसैन की सदाए। हर आँखें नम हर चेहरे पर इमाम हुसैन का गम कुछ ऐसा था मुहर्रम की तारीख 10 पर निकला जुलूस का नजारा ताजियादारों ने मातम कर खिराजे अकीदत पेश की। हल्के ठण्डे मौसम में ताजियाजदारों ने अपने अपने मुकाम से ताजिया घंटा घर के लिए निकले। इस दौरान जगह-जगह मातम किए गए और ताजियों व बुरोकों की मिशिल सजाई गई। यहाँ पहुचे जायरीनों ने ताजियों के पास फातिहा पढ़ी व मुरादें माँगी। सड़क के दोनों ओर खड़े सैकड़ों लोग नम आँखों से ताजिया की जियारत की , आप को बताते चले के एक से बढ़कर एक ताजियों की खूबसूरती रही नदीपुरा बब्बा वाले ताजिया में इस साल सबसे अधिक खूबसूरती नज़र आयी रोजा हजरत इमाम हुसैन की ताजिया में खूबसूरती,नज़र आयी। ललितपुर में सबसे अलग सलग खूबसूरती रही जिस में कारीगरी करते जनाव अय्यूब अली सादिक अली रफीक अली मौसम अली हैदर अली आदि के अलावा अन्य मौजूद रहे। पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहो अलैह वसल्लम के नवासे शहीद-ए-आजम हजरत इमाम हुसैन रजी. की शहादत में मुहर्रम शिद्दत के साथ मनाया गया। मुहर्रम पर्व पर शहर में ताजियों का जुलूस निकाला गया। जुलूस में गली-मोहल्लों से छोटे बड़े तकरीबन 50 से अधिक ताजिए व 10 वुर्राक शामिल हुए। इस दौरान घण्टाघर पर , ताजियों की मिशिल सजाई गई घटाघर पर पहुंचने पर गोविन्द नगर नदीपुरा अजीता पुरा कसाब मंडी घुसयाना सदन शाह लक्ष्मी पुरा तालाबपुरा, नई बस्ती, नेहरू नगर के ताजिया व बुर्राक शामिल हुई यहाँ ताजियों की जियारत के लिए शहर समेत आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के लोग शामिल हुए। सभी सड़क के दोनों तरफ कतारबद्ध खड़े होकर ताजियों को नम आँखों से देख मातमी धुनों के साथ जियारत कर रहे थे। इमाम हुसैन की बारगाह में अपनी दुआओं को अकीदत पेश करते है गौरतलब है। कि हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों को इराक के करबला में जालिम बादशाह यजीद की गलत नीतियों के समर्थन न करने के कारण इमाम हुसैन व उनके 72 जाँ निसार साथियों को भूखा और प्यासा शहीद कर दिया गया था। जालिमों ने जहाँ एक और औरतों और बच्चों का भी लिहाज नहीं किया वहीं दूसरी और इमाम हुसैन ने अपने साथियों को धैर्य और त्याग की सीख देते रहे उन्हीं की याद में मुस्लिम धर्मावलम्बी अपनी अकोदतों का इजहार करते हैं। जुलूस अकीदत और एहतराम के साथ डोंढ़ाघाट,स्थित करबला पहुंचा। पुलिस अधीक्षक ललितपुर मो0 मुश्ताक के निर्देश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जनपद में निकला मुहर्रम का जुलूस सदर क्षेत्राधिकारी अभय नारायण राय ने दो ताजिया दारो को सिल्ड दी। इस मौके पर प्रमुख रूप से मोहर्रम ताजिया कमिटि के सदर रमजानी दादा, सादिक,अली, मु. कलीम साहब मुहम्मद नसीम, रज्जब अली हमीद मंसूरी साहब जाहिद खां मंसूरी मा. साहब मु. अज्जू बाबा मु. इमरान मंसूरी, मीडिया प्रभारी मु. जावेद अली अब्दुल साकिर, सादिक अली अबरार खान आदि मौजूद रहे। मोहर्रम ताजिया के जुलूस को लेकर ललितपुर पुलिस अधीक्षक मो० मुश्ताक ने शहरी क्षेत्र के विभिन्न ताजियों के स्थलों पर घूमकर जायजा लिया। इस दौरान में सभी जगहों पर पुलिस और प्रशासन का भी पहरा रहा। अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार, सदर क्षेत्राधिकारी अभय नारायण राय सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रमेश चंद्र मिश्रा सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।