ललितपुर -ओसिका कोचिंग केंद्र में मानव मूल्य पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता करते हुए डॉ सौरभ देवलिया (फिजियोथैरेपिस्ट) ने बताया की किताबी शिक्षा के साथ मानव मूल्यों की शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है, शिक्षा का स्तर पहले के मुकाबले 50प्रतिशत से ज्यादा बड़ा है इसके बावजूद तलाक एवं आत्महत्याये बढ़ती ही चली जा रही है एवं आज के परिवेश में मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि मानव रूप ,धन, बल एवं पद के आधार पर सम्मान पाना चाहता है जबकि यह चारों अवस्थाएं परिवर्तनशील है एवं एक समय के बाद खत्म हो जाती हैं। फिर मानव अवसाद में चला जाता है एवं बुढ़ापे में अकेला महसूस करने लगता है एवं ऐसी स्थिति में कई बीमारियां घेर लेती हैं आज के समय में मानव के पास शिक्षा से कमाया धन तो आ गया परंतु संबंधों में जीना नहीं आया आज कई घरों में पतिपत्नी तलाकशुदा जीवन व्यतीत कर रहे हैं एवं आए दिन एक दूसरे को गलत साबित करने के प्रयास में लगे हुए हैं बच्चे संस्कार विहीन होते जा रहे हैं हर मानव दुखी होने का अभ्यास करने में लगा है एवं समाज मैं सम्मान पाने की चेष्टा में लगा हुआ है। मानव में मानव के प्रति दयालुता का भाव खत्म होता चला जा रहा है एवं मानव ने मानव के संबंधों को जाति के आधार पर, रंग-रूप के आधार पर अमीरी -गरीबी के आधार पर सुखी होने का बिफल प्रयास किया है, आज धन के साथ मानव की मानसिक गरीबी भी बड़ी है l हमें स्वयं में समझ की आवश्यकता है फिर परिवार में संबंधों में संतुलन की आवश्यकता है ऐब उसके बाद समाज के लिए सार्थक सेवा की आवश्यकता है l कोचिंग में सभी 12वीं के बच्चे थे गोष्ठी को सफल बनाने में डायरेक्ट संतोष रैकवार, राजवीर परमार, योगेश नायक एवं प्रवीण श्रीवास का योगदान रहा