महराजगंज तराई (बलरामपुर) /शासन की सबसे महत्वाकांक्षी योजना “हर घर जल” जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण कागजों में ही सिमट कर रह गया है। मरम्मत और रिबोर के नाम पर लाखों खर्च होने के बावजूद भी लोगों को शुद्ध पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। हैंडपंप खराबी के चलते लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी महकमे की ओर से खराब हैंड पंप ठीक नहीं कराए गए हैं। बल्कि कागज में रिबोर के नाम पर धन की बंदर बांट कर ली गई है। मामला विकास खंड तुलसीपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत विजयीडीह का है।एक ही ग्राम पंचायत में पांच से अधिक इण्डिया मार्का हैंडपम्प लगभग एक वर्ष से ख़राब पड़े है। जबकि इनमें से अधिकांश हैंडपंप कागजों पर रिबोर किए जा चुके हैं। कुछ मरम्मत के साथ ठीक किए गए हैं। बावजूद इसके हैंडपंप पानी नहीं दे रहे हैं, जिससे लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण मोती, सूर्य प्रकाश, दुर्गा प्रकाश, रामअचल, सालिक राम आदि ने बताया खराब पड़े हैंड पंप के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से भी शिकायत की गई है। लेकिन अभी तक हैंड पंप सही नहीं कराया गया है। भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने हैंडपंप बनवाए जाने की मांग मुख्य विकास अधिकारी से की है।खंड विकास अधिकारी राजीव मोहन त्रिपाठी ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। जांच कर हैंडपम्प मरम्मत कराया जायेगा।