हापुड गौतम बुद्ध हैंडिकैप्ड चैरिटेबल स्कूल एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट में छात्र-छात्राओं को टीडी वैक्सीनेशन के टीके चिकित्सको के पैनल के द्वारा डा शुभम यादव एवं डॉ सोनवती और क्षेत्रीय आशा गीता रानी के द्वारा लगाए गए इस अवसर पर स्कूल के संस्थापक अशोक आजाद ने सभी छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया टेटनस-डिप्थीरिया (Td) वैक्सीन, टेटनस और डिप्थीरिया से बचाव के लिए दी जाती है. यह टीका 7 साल से ज़्यादा उम्र के बच्चों, किशोरों, और वयस्कों को लगवाया जाता है. टीडी वैक्सीन से जुड़ी कुछ बातेंः
टीडी वैक्सीन को आमतौर पर हर 10 साल में लगवाना चाहिए.
अगर आपको गंभीर जलन या घाव हो, तो पांच साल के अंदर बूस्टर खुराक लगवाने की ज़रूरत पड़ सकती है.
हल्के जुकाम होने पर भी टीडी वैक्सीन लगवाई जा सकती है.
गंभीर रूप से बीमार होने या बुखार होने पर ठीक होने तक इंतज़ार करना चाहिए.
टीडी वैक्सीन को अन्य टीकों के साथ भी लगवाया जा सकता है.
गर्भवती महिलाओं को हर गर्भावस्था के दौरान टीडीएपी वैक्सीन लगवानी चाहिए.
टीडीएपी वैक्सीन, टेटनस, डिप्थीरिया, और पर्टुसिस (काली खांसी) से सुरक्षा प्रदान करती है.
टीडीएपी वैक्सीन को 27 से 36 सप्ताह के गर्भ में दिया जाना चाहिए.इस अवसर पर वेदपाल चौधरी उप प्रधानाचार्य श्रीमती सुषमा देवी एवं श्रीमती ज्योति सैनी श्रीमती आदि सम्मानित शिक्षक व डॉक्टरों की टीम मौजूद रही