भदोही। 46वां अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला तृतीय सीईपीसी के बैनर तले 15 अक्टूबर से भदोही एक्सपो मार्ट में होने जा रहा है। जिसकी तैयारी सभी निर्यातकों द्वारा की जा रही है। वहीं बहुचर्चित फर्म सूर्या कार्पेट प्रा.लि. के पार्टनर व सीईपीसी के प्रशासनिक सदस्य सूर्यमणि तिवारी व युवा कालीन निर्यातक दिव्य प्रकाश तिवारी द्वारा कालीन मेले में सफल व आर्डर मिलने के लिए रंगबिरंगी मखमली कालीन के नए -नए डिजाइन में बनाए गए हैं। निर्यातक सूर्यमणि तिवारी व दिव्य प्रकाश तिवारी ने कहा बड़ी खुशी की बात यह कि भदोही में यह कालीन मेला तीसरी बार लगने जा रहा है। कहा पिछले दो वर्ष की तुलना में इस वर्ष बहोत ही अच्छा फेयर होगा। हमें उम्मीद और विश्वास है कि हम निर्यातकों द्वारा बनाये गए कालीन के सैम्पल विदेशी आयातकों को जरूर पसंद आएगा। कहा नए-नए प्रयोग कर डिजाइन व कलर कम्बीनेशन के सैम्पल बनाये जा चुके है। उन्होंने कहा कि हालांकि वैश्विक मंदी के कारण कालीन उधोग पर काले बादल छाए हुए हैं लेकिन उन बादलो को हटाने के लिए युवा निर्यातकों की सोच और मेहनत जरूर कामियाब होगी। श्री तिवारी ने कहा बाज़ार में मंदी और तेजी तो लगा ही रहेगा लेकिन मेहनत और हिम्मत के बदौलत मंदी तेजी में तब्दील होती है। भदोही में कालीन मेले को लेकर स्टालों पर रंगबिरंगी कालीन विदेशी आयातकों को रिझाने में सहायक साबित होगी। कहा भारत सरकार द्वारा हम निर्यातकों को जो सब्सिडी पहले मिलती रही वही सब्सिडी मिले तो हमारे हिम्मत को चारचांद लग जाये और हम तुर्की, चाइना जैसे देश के मुकाबले में खड़े होने में सफल हो जाएंगे। और हम अपने कालीनों को दुनिया के सामने रखकर लोहा मनवा लेंगे। कहा हमारे यहां रॉ मैटेरियल महंगे है उसपर सरकार द्वारा कोई सुविधा भी नही है जिससे हमारे कालीन महंगे पड़ रहे हैं। हमारे मशीनमेड कार्पेट भी दूसरे देशों से महंगे पड़ रहे है। महंगा होने की वजह से खरीदार हमारे कालीन को नही ले रहे है। हमें आगे बढ़ने के लिए भारत सरकार का सहयोग जरूरी है। जुट पर 10 फीसदी इंसेंटिव दिया जाना चाहिए जैसा कि कश्मीर सरकार वहां के निर्यातों को दे रही है। तभी हम अंर्तराष्ट्रीय मार्केट में अपने कालीन को क्रय कर सकते हैं।