गाजीपुर। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में सौहार्द बंधुत्व मंच और महिला बंधुत्व मंच की ओर से सुखदेवपुर ग्राम सभा में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसका विषय *हमारा समाज और बंधुत्व की आवश्यकता* था।
गोष्ठी में बँधुत्व मंच के सदस्यों ने संविधान के मौलिक अधिकार और संविधान में दिये गए महिलाओं के अधिकार पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही समाज मे बँधुत्व की क्यों आवयश्कता है इस पर भी बात की।
फ़ेलो तारिक़ नसीम अब्बासी ने कहा कि समाज में लोग धर्म और जाति के नाम पर एक दूसरे को मारने काटने पर उतारू हैं,भाई भाई का दुश्मन है,लोगों का व्यवहार पड़ोसियों के प्रति अच्छा नही है,इसलिए आज ज़रूरत है कि हम अपने अंदर के इंसान को पहचानें और समाज के भलाई के लिए एक दूसरे से अच्छा व्यवहार करें।आपस में प्रेम भाव से रहे।एक दूसरे के मदद करें तब जाकर हम अपने समाज और देश का भला कर पाएंगे।
मेंटर साकिब अब्बासी ने कहा कि जो अधिकार महिलाओं को दिये गए हैं उसको जानना पहचाना बहुत ज़रूरी है,इसके लिए महिलाओं को आगे आकर पहल करनी होगी और एक अच्छे समाज का निर्माण करना होगा, जिससे महिलाओं के अधिकार प्राप्ति हेतु और उनके अच्छे भविष्य के लिए प्रयास किया जा सकें।
बँधुत्व मंच के साथी नंदलाल गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम एक हो जाएं,जातिगत दूरियों को समाप्त करें।धर्म के आधार पर न बटे।हमसब इसी देश के नागरिक हैं और हम सबको संविधान पर की गई आस्था को और मजबूत करना होगा ताकि हम बदलाव की बात कर सकें।
बँधुत्व मंच के साथी लियाक़त अली ने कहा कि महिलाओं को जो अधिकार दिये गए हैं,उसको एक एक महिला तक पहुंच कर बताना होगा और उनको जागरूक करना होगा, क्योंकि महिलाओं के बिना एक अच्छे समाज की कल्पना नही की जा सकती और जब महिलाएं जागरूक होगी तो देश मज़बूत होगा,हम मज़बूत होंगे और समाज मे एक अमूलचूल बदलाव देखने को मिलेगा।
महिला बँधुत्व मंच की नई सदस्य तारा देवी ने संविधान दिवस के आयोजन को लेकर कहा कि बाबा साहब की देन है आज हम संविधान दिवस मना रहे हैं और संविधान ने हमें बोलने का अधिकार,संपत्ति का अधिकार और न जाने कितने अधिकार दिये हैं।हम सब को संविधान को पढ़ना चाहिए और अन्य लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। अंत मे संविधान की उद्देशिका की शपथ ली गई और मौलिक अधिकारों और संविधान की जानकारी के लिए हैंड बिल बाँटा गया
इस गोष्ठी में बँधुत्व मंच के सदस्य संजय यादव,नंदलाल गुप्ता, मुहम्मद सैफ,अरमान अंसारी,दानियाल अहमद, मुहम्मद अम्मार और अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।