डॉक्टर न होने से मरीज परेशान, बिना इलाज के लौट रहे  मरीज 

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बलरामपुर सीएचसी तुलसीपुर के अंतर्गत  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज तराई में तैनात डॉक्टर बालमुकुंद मौर्य को  6माह के लिए विभागीय प्रशिक्षण के लिए लखनऊ भेजा गया है। जिसके कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर नहीं है। जिस वजह से वापस हो रहे हैं क्षेत्र से आने वाले मरीजों को बिना इलाज के ही वापस होना पड़ता है। या फिर झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत लगभग 50 गाँव की आबादी यहां इलाज कराने आते हैं। डॉक्टर की कुर्सी खाली मिलने पर  वापस लौट जाते हैं। मजबूरन उन्हें निजी क्लीनिक पर झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना पड़ता है। इलाज कराने आए ग्रामीण राम लखन, बड़कने, सीताराम, अब्दुल्ला,रिजवान, शमीम नूरजहां,आदि ने बताया की डॉक्टर न होने से बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे में इलाज के लिए 25किमी दूर या तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर या जिला चिकित्सालय बलरामपुर जाना पड़ता है। क्षेत्रवासी  सफीक महेश श्रीनिवास जमाल अक्षय  शिवकुमार आदि ने डॉक्टर के तैनाती की मांग मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया की डॉक्टर की तैनाती जल्द ही की जाएगी।

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