मेरठ। मेरठ महोत्सव के दौरान एमआईईटी इनक्यूबेशन फोरम और एसीआईसी एमआईईटी मेरठ फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से कई इनोवेटिव वर्कशॉप आयोजित की गईं। इन वर्कशॉप्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों में एंटरप्रेन्योरशिप और नवाचार की भावना को बढ़ावा देना था।
डिजाइन थिंकिंग वर्कशॉप, आइडिया मेकिंग वर्कशॉप, प्रोटोटाइप जॉन, 3डी प्रिंटर वर्कशॉप, नेचर वर्कशॉप, लाइव स्किल वर्कशॉप, रोबो रेस और रोबोट वॉर जैसी गतिविधियां छात्रों और बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनीं। इस कार्यक्रम में 2000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया, जिन्होंने इनोवेशन के विभिन्न पहलुओं को करीब से जाना और रोबोट बनाने की तकनीक को सीखा। छात्रों ने महोत्सव में मनोरंजन के साथ-साथ स्टार्टअप यात्रा और एंटरप्रेन्योरशिप की बारीकियां समझीं। जब बच्चों ने वहां बनाए गए रोबोट्स को देखा, तो उनके मन में रोबोट बनाने की उत्सुकता जगी। उन्होंने वर्कशॉप में भाग लेकर रोबोट बनाने की तकनीक का अभ्यास किया। एमआईईटी इनक्यूबेशन फोरम के सीईओ रेहान अहमद ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को जॉब लेने के बजाय जॉब देने वाला बनाने की दिशा में प्रेरित करना है। वहीं, एसीआईसी एमआईईटी मेरठ फाउंडेशन के सीईओ प्रशांत कुमार गुप्ता ने कहा की हम छात्रों को अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर के माध्यम से प्रोटोटाइप बनाने और 3डी प्रिंटर पर अपने डिजाइन तैयार करने का मौका दे रहे हैं। यदि किसी छात्र के पास कोई इनोवेटिव आइडिया है, तो हम उसे धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कार्यक्रम के दौरान, कई ग्रासरूट इनोवेटर्स को भी मंच मिला, जिनके विचारों को फाउंडेशन के माध्यम से विकसित किया जाएगा। प्रशांत गुप्ता ने बताया कि महोत्सव में चुने गए अच्छे इनोवेटिव आइडिया को सेंटर में ले जाकर वास्तविक स्वरूप दिया जाएगा। मेरठ महोत्सव में जहां बच्चों और बड़ों के लिए मनोरंजन के कई कार्यक्रम हो रहे हैं, वहीं यह कार्यक्रम विशेष रूप से ज्ञानवर्धन और नवाचार पर केंद्रित रहा। यह महोत्सव छात्रों के लिए एक नई प्रेरणा का स्रोत बना। मेरठ महोत्सव ने न केवल छात्रों को तकनीकी और नवाचार की ओर आकर्षित किया बल्कि उनके भीतर कुछ नया करने का जुनून भी भरा। इस तरह के कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करेंगे।