बहराइच l मकर संक्रांति, जो नई ऊर्जा और सामूहिकता का पर्व है, इस बार बहराइच जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) फखरपुर में एक नई शुरुआत लेकर आई। सीएचसी अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र की अध्यक्षता में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मुन्ना सिंह, बीडीओ अजय प्रताप सिंह और ग्राम प्रधानों ने मिलकर टी.बी. से उपचारित 75 मरीजों को गोद लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य मरीजों को केवल चिकित्सा सहायता ही नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक संबल भी प्रदान करना था। ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने स्तर पर 5-5 मरीजों को गोद लेकर इस पहल को और मजबूत किया। उन्हें निक्षय पोषण पोटली दी गई, जिसमें चना, गुड़, लाई, फल और दलिया जैसे पोषणयुक्त सामग्री शामिल थी। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर नेहा ने बताया कि ब्लॉक में 496 टीबी मरीज हैं, जिनमें से 348 मरीजों को 2024 में गोद लिया जा चुका था, और शेष 148 मरीजों को इस वर्ष गोद लिया जाएगा। 13 जनवरी और मकर संक्रांति के दिन 100 मरीजों को गोद लिया गया, और 48 मरीजों को 15 जनवरी को गोद लिया जाएगा। 100 दिवसीय सघन टी.बी. अभियान के तहत फखरपुर सीएचसी ने अब तक 4,500 से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग भी की है।
ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मुन्ना सिंह ने कहा, “मकर संक्रांति पर यह पहल खास महत्व रखती है, क्योंकि यह त्योहार एक नई शुरुआत का प्रतीक है। टी.बी. मरीजों को गोद लेकर हम उनके जीवन में नई उम्मीदों का संचार कर रहे हैं। समाज के हर वर्ग को इस अभियान में अपनी भूमिका निभानी चाहिए ताकि हम टी.बी. जैसी बीमारी को समाप्त कर सकें।”
मरीजों और उनके परिवारों ने इस पहल की सराहना की। एक मरीज के परिजन ने कहा, “मकर संक्रांति पर हमें यह तोहफा मिला है, जिससे हमें यह महसूस हो रहा है कि हम अकेले नहीं हैं। यह सहयोग हमारे इलाज और मानसिक समर्थन में बहुत मदद करेगा।”
सीएचसी अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र ने इस अवसर पर कहा, “टी.बी. को जड़ से खत्म करने के लिए सामुदायिक सहयोग बेहद जरूरी है। मकर संक्रांति के इस शुभ अवसर पर मरीजों को गोद लेकर हम सभी ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इस कार्यक्रम के जरिए हम मरीजों को न केवल चिकित्सा सहायता, बल्कि मानसिक और सामाजिक समर्थन भी प्रदान कर रहे हैं। गोद लेने के बाद उनकी देखभाल, पोषण और मनोबल बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे ताकि उन्हें बेहतर उपचार और सहयोग मिल सके।”
ऐसे ले सकते हैं टीबी मरीजों को गोद –
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि टी.बी. उन्मूलन के लिए गोद लेने की प्रक्रिया सरल और प्रभावी है। इच्छुक व्यक्ति निक्षय पोर्टल या जिला क्षय रोग अधिकारी के मोबाइल नंबर 9792969400 पर संपर्क कर पंजीकरण कर सकते हैं। इस पहल के तहत एक रोगी की जिम्मेदारी ली जा सकती है, जिसमें मरीज को पोषण पोटली देना, उनका हौसला बढ़ाना, इलाज पूरा करने में मदद करना और उनकी प्रगति पर नजर रखना है। साथ ही, उन्हें इस पहल से अन्य लोगों को भी जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
इस मौके पर डॉ संतोष यादव, एसटीएस पियूष, एसटीएलएस हरिकेश, एलटी शमशाद, लाल कुंवर व विशाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।