गाजीपुर जमानियां। गर्मी के तीव्र प्रभाव से तहसील आने वाले वादकारियों सहित आस पास के छोटे दुकानदारों और राहगीरों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। नगर पालिका परिषद द्वारा लगाए गए वाटर कूलर ठंडा पानी नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण लोग हैंडपंपों का सहारा लेने को मजबूर हो चुके है। अगर कहां जाए तो वाटर कूलर बने शोपीस, गर्मी से प्यासे राहगीर
शुरुआती दौर में ही गर्मी के तेवर तल्ख होने से तहसील मुख्यालय आने वाले वादकारियों सहित कर्मचारियों तथा आस पास के दुकानदारों सहित राहगीरों को ठंडे पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। क्योंकि नगर पालिका परिषद द्वारा लगाए गई। वाटर कूलर महज शोपीस बने होने से उनका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसी के चलते राहगीरों को हैंडपंपों के पानी से ही प्यास बुझाने को मजबूर होना पड़ रहा है। बता दें कि तहसील गेट के पास लगे वाटर कूलर की हालत बेहद खस्ता हो गई है। जहां जरूरी कामकाज से आने वालों को प्यास बुझाने के लिए इधर उधर धक्के खाते हुए हैंडपंपों का सहारा लेना मजबूरी हो रही है। वहीं गर्मी के तेवर तल्ख होने के बाद भी राहगीरों सहित तहसील में आने वालों को शुद्ध और ठंडा पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है। भाजपा कार्यकर्ता नारायण दास चौरसिया, व्यापार मंडल जिला उपाध्यक्ष मुन्ना गुप्ता, आलोक कुमार आदि लोगों ने बताया कि मैन गेट पर लगा वाटर कूलर खराब होने के कारण कई माह से शोपीस बना हुआ है। क्योंकि उससे नहीं निकल रहा पानी ठंडा होने की बजाए काफी गरम रहता है। इधर उधर आने जाने के साथ ही आसपास में फल सब्जी की ठेली लगाने वालों सहित हजारों राहगीरों का भी आवागमन होता है। जिन्हें ठंडा पानी न मिलने से गर्मी के मौसम में दिक्कत झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। तहसील मुख्यालय होने के चलते सुबह से लेकर शाम तक लोगों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में वाटर कुलर खराब होने से लोग ठंडा पानी पीने को तरस रहे हैं। उन्होंने बताया कि पालिका को कई बार खराब पड़े वाटर कुलर की मरम्मत कराने के लिए ध्यान को आकृष्ट कराया गया। लेकिन पालिका स्तर पर वाटर कूलर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण पानी नहीं दे रहा है। आसपास में रहने वालों के साथ राहगीरों तथा तहसील मुख्यालय में आने वाले लोगों को प्यास बुझाने के लिए इधर उधर धक्के खाने पड़ रहे हैं। वाटर कूलर काफी अरसे बंद पड़ा हुआ है। जिससे लोगों को भारी दिक्कत झेलते हुए पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना मजबूरी हो रही है।