नानपारा/बहराइच l आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलपति डॉक्टर विजेंद्र सिंह एवं निदेशक प्रसार डा आर बी सिंह के मार्ग व निर्देशन में संचालित कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा में ICAR अंतर्गत अंगीकृत ग्राम पर्वतीय , नीबियाबेगमपुर , अली नगर कला एवं बरदहा कला में प्रथम पंक्ति प्रदर्शन हेतु धान का बीज BPT 5204 1 प्रजाति का वितरण 30 किसानों को किया गया l कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. शशिकांत यादव द्वारा की गई l
इस मौके पर नानपारा विधायक राम निवास वर्मा के प्रतिनिधि सौरभ वर्मा द्वारा कृषकों में बीज का वितरण किया गया ।
इस मौके पर डॉ यादव ने किसानों को बताया कि नवीन प्रजाति BPT5204 धान की एक विशेष किस्म है, जो उच्च उपज और बेहतर विशेषताओं के साथ किसानों को उपलब्ध है l यह एक लोकप्रिय गैर-बासमती चावल की किस्म है, जो अपने लंबे दाने और पकाने की विधि के लिए जानी जाती है l यह किस्म उच्च उपज देने वाली है, जो किसानों को अधिक फसल प्राप्त करने में मदद करती है l एक उच्च उपज वाली धान की किस्म है, जो बाढ़-प्रवण क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। यह 4.5 से 5.0 टन/हेक्टेयर तक होती है। यह किस्म 2-3 सप्ताह तक बाढ़ में डूबे रहने की क्षमता रखती है। साथ ही यह किस्म कीटों और बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक है, जो इसे एक विश्वसनीय विकल्प बनाती है। वैज्ञानिक डॉक्टर सन्दीप कुमार ने किसानों से कहा कि अधिक उपज के लिए किसान खेतों में अंधाधुंध रासायनिक खादों का उपयोग कर रहा है जो उचित नहीं l