रेहड़। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से पीलीबांध जलाशय में फरवरी से नियमित रूप से चल रही वाटर एक्टिविटी का मंगलवार को समापन हो गया। इस दौरान जलाशय में साढ़े चार माह चली वाटर एक्टिविटी में लगभग दो हजार पर्यटकों ने वाटर एक्टिविटी का आनंद उठाया। रेहड़ के अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज में लगभग तीन वर्ष पूर्व जंगल सफारी शुरू हुई थी। इसके बाद अमानगढ़ टाइगर रिजर्व वन रेंज से सटे पीलीबांध जलाशय को नई पहचान दिलाने एवं पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिला प्रशासन ने 7 में 23 को पहली बार यहां पर तीन दिवसीय वॉटर स्पोर्ट्स का आयोजन कराया था जिसमें सात राज्यों के 85 महिला पुरुष खिलाड़ियों ने भाग लिया था। तब पहली बार पीलीबांध जलाशय पर्यटकों की नजर में आया था। इसके बाद से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर यहां वाटर एक्टिविटीज का आयोजन कराया जा रहा है। 17 फरवरी 25 से जिला प्रशासन ने पीलीबांध जलाशय में स्थाई रूप से वॉटर एक्टिविटीज शुरू कराई थी। जिसका संचालन वाटर एक्सट्रीम एडवेंचर बिजनौर नामक एक संस्था कर रही थी। संस्था द्वारा पीलीबांध जलाशय में पर्यटकों के लिए नियमित रूप से स्पीड मोटर बोट, वाटर रोलर आदि चलाए जा रहे थे। वाटर एक्सट्रीम एडवेंचर बिजनौर की संचालक पूर्व पर्वतारोही ज्ञान नंदिनी ने बताया कि साढ़े चार माह में लगभग दो हजार पर्यटकों ने वॉटर एक्टिविटीज का आनंद उठाया। बरसात के कारण पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ गई थी जिसके चलते मंगलवार को वॉटर एक्टिविटीज को बंद कर दिया गया।