बड़हलगंज/ क्षेत्र के खड़ेसरी गांव की ग्राम प्रधान लीलावती देवी ने सरयू नदी में अवैध बालू खनन के मामले में उपजिलाधिकारी गोला को पत्र भेजकर शिकायत की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि गांव के दक्षिण तरफ सरयू नदी की तलहटी से प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां जेसीबी, पोकलेन व लोडर लगाकर मिट्टी व बालू खनन कर रही हैं। जिसे स्थानीय थाने की मदद से रोका जाना आवश्यक है।
ग्राम प्रधान लीलावती देवी ने बताया कि अवैध बालू खनन से राजा हरिप्रसाद मल्ल राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज सहित दुबौली, रामगढ़, डुमरी, मुजौना, छपिया, डेरवा आदि गांवों पर अवैध खनन से होने वाले कटान के कारण बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा, अवैध खनन से गाड़ियों की आवाजाही से टेढ़िया-मुजौना बंधा पर कई जगह गड्ढा हो गया है।
ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी गोला से अनुरोध किया है कि स्थानीय पुलिस की मदद से अविलंब खनन रोका जाना जनहित में आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि कई बार तहसील के अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि हो रहे अवैध खनन के चलते रात भर दौड़ती ट्रैक्टर ट्रॉलियों के कारण रात में दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है और दिन में सड़क पर ट्रॉलियों से गिरे मिट्टी व बालू उड़ते रहते हैं जिससे लोगों को काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान लीलावती देवी ने बताया कि अवैध बालू खनन से राजा हरिप्रसाद मल्ल राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज सहित दुबौली, रामगढ़, डुमरी, मुजौना, छपिया, डेरवा आदि गांवों पर अवैध खनन से होने वाले कटान के कारण बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा, अवैध खनन से गाड़ियों की आवाजाही से टेढ़िया-मुजौना बंधा पर कई जगह गड्ढा हो गया है।
ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी गोला से अनुरोध किया है कि स्थानीय पुलिस की मदद से अविलंब खनन रोका जाना जनहित में आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि कई बार तहसील के अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि हो रहे अवैध खनन के चलते रात भर दौड़ती ट्रैक्टर ट्रॉलियों के कारण रात में दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है और दिन में सड़क पर ट्रॉलियों से गिरे मिट्टी व बालू उड़ते रहते हैं जिससे लोगों को काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है।