गाजीपुर/गोविंदपुर: ग्राम सभा गोविंदपुर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में हुई भारी अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर आज सुबह 11:20 बजे प्रभारी डॉ. रवि रंजन ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केंद्र पूरी तरह बंद मिला और चिकित्सक डॉ. अमरदीप पॉल की कुर्सी तक मौजूद नहीं थी। सारा सामान अस्त-व्यस्त हालत में मिला, जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष है।
सामान गायब, कुर्सी नहीं, गेट बंद – निरीक्षण में उजागर हुई लापरवाही
निरीक्षण के दौरान डॉ. रवि रंजन को ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन पूर्व ही डॉ. अमरदीप पॉल केंद्र का अधिकतर सामान यहां से हटाकर किसी अन्य केंद्र पर ले गए। मौके पर प्रभारी ने जब डॉक्टर को फोन किया तो उन्हें बुलाया गया। प्रभारी के आने के बाद गेट खोला गया, लेकिन भीतर डॉक्टर के बैठने का स्थान खाली मिला और केंद्र की हालत अत्यंत खराब पाई गई।
डॉ. अमरदीप पॉल की बदसलूकी, ग्रामीणों से किया दुर्व्यवहार
निरीक्षण के दौरान डॉ. अमरदीप पॉल ने न सिर्फ ग्रामीणों से बदतमीजी की, बल्कि प्रभारी के सामने ही आपा खो बैठे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा – “तुम लोगों से क्या मतलब, तुम लोग हो कौन?” इस पर ग्रामीणों ने कड़ी नाराज़गी जताई और इस व्यवहार को पूरी तरह अस्वीकार्य बताया।
समाजसेवी और ग्रामीणों ने जताई नाराजगी, की सीएमओ से शिकायत
ग्राम सभा के वरिष्ठ निवासी एवं समाजसेवी चतुर्भुज चौबे ने तत्काल सीएमओ से बात कर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की माँग की। ग्रामीणों का कहना है कि यह केंद्र सरकार की योजनाओं का मज़ाक उड़ाया जा रहा है और सरकारी संपत्ति को मनमाने ढंग से इधर-उधर किया जा रहा है।
पुराने केंद्र में भी मिली खामियां, बिजली नहीं, उपकरण बेहाल
प्रभारी डॉ. रवि रंजन ने पुराने आयुष्मान केंद्र का भी निरीक्षण किया, जहां बिजली की व्यवस्था नहीं थी, फिर भी फ्रिज और कूलर जैसे उपकरण वहां रखे पाए गए। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि बिना बिजली वाले केंद्र में क्यों ले जाया गया सारा सामान?
एएनएम सुनीता यादव भी गैरहाजिर
निरीक्षण के दौरान एएनएम सुनीता यादव भी केंद्र पर उपस्थित नहीं थीं। प्रभारी ने उन्हें दो बार फोन किया, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई। इस पर प्रभारी ने नाराजगी जाहिर की।
समाजसेवी राजकुमार मौर्य से भी हुई नोकझोंक
निरीक्षण के समय समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने जब सवाल उठाया तो डॉ. अमरदीप पॉल ने कहा कि “हम सीएमओ से बात कर लेंगे, किसी से कोई मतलब नहीं है।” इस पर राजकुमार मौर्य ने कहा कि “यह ग्राम सभा की संपत्ति है और सरकार की मंशा के विपरीत कोई भी कार्य नहीं होने देंगे।”
ग्रामीणों की मांग है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता बनी रहे और सरकारी योजनाएं सही लाभार्थियों तक पहुँचे।