वाराणसी। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश की वाराणसी इकाई से संबद्ध शिक्षकों की बैठक जनक दुलारी पब्लिक स्कूल शिवपुर में संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर शुभकामना प्रदान करते हुए उनके स्वस्थ व प्रसन्न रहने की कामना की गयी, तत्पश्चात प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा संबंधित तीनों संवर्गों के अंतर्गत शिक्षण प्रक्रिया की प्रमुख कठिनाइयों पर विचार साझा करते हुए उनके सम्यक निदान पर चर्चा किया गया।
बैठक का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रांतीय संयुक्त महामंत्री डॉ० जगदीश सिंह दीक्षित ने कहा कि प्राथमिक संवर्ग में वर्षों से कार्यरत शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से पूर्णतः मुक्त किया जाए तथा इसके लिए संविधान में संशोधन भी करना पड़े तो सरकार को शिक्षक हित में यह कार्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उल्लिखित बहुत से बिंदुओं पर अभी तक कार्य ही प्रारंभ नहीं किया जा सका है जो चिंता जनक है। सरकार को चाहिए कि तीनों संवर्गों में आपसी समन्वय हेतु सम्यक संवाद की व्यवस्था करे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर राघवेंद्र कुमार पांडेय ने योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश की धारणा पर चर्चा किया। उन्होंने सभी संवर्गों के शिक्षकों द्वारा पोर्टल पर जाकर शिक्षण के क्षेत्र में नवाचारों की सूचना एवं बहुमूल्य सुझावों को दर्ज कराने की अपील किया।
बैठक में प्रो अंजू सिंह, प्रो रश्मि सिंह, प्रो ओमप्रकाश चौधरी, प्रो नलिन कुमार मिश्र, प्रो दया शंकर सिंह यादव, डॉ श्याम बाबू वर्मा, डॉ कंचन राय, डॉ श्रवण कुमार शुक्ल, प्रो बी के निर्मल एवं
प्राथमिक संवर्ग से अमिताभ मिश्र, प्रदीप कुमार यादव, सुखपाल जी श्रीवास्तव, रजनी राय, दीपशिखा सिंह, शीला यादव इत्यादि मौजूद रहे।