प्रयागराज।समग्र स्वास्थ्य और रोकथाम केन्द्रित देखभाल को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान”का सफल आयोजन मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ.एस.के. हंडू के कुशल नेतृत्व में किया गया। यह अभियान”गैर-संचारी रोग (NCDs)और आरोग्यता विषय पर केंद्रित था जिसका उद्देश्य जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूकता और प्रारंभिक जांच को बढ़ावा देना है।डॉ.उषा एस.पी.यादव नोडल अधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वस्थ महिला एक स्वस्थ परिवार की नींव होती है और स्वस्थ परिवार मिलकर एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करते है।मुख्य वक्ता डॉ. मृत्युंजय कुमार ने गैर-संचारी रोगों जैसे मधुमेह उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी विकारों की बढ़ती चुनौती पर गहन और व्यावहारिक जानकारी साझा की।उन्होंने जीवनशैली में परिवर्तन नियमित जांच और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा“गैर-संचारी रोगों के विरुद्ध संघर्ष केवल चिकित्सा का विषय नही बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है—जागरूकता रोकथाम और समय पर हस्तक्षेप ही हमारे सबसे सशक्त उपकरण हैं।कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कल्पना मिश्रा अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक (ACHD) और डॉ.रीना अग्रवाल ACMS ने की।दोनों अधिकारियों ने नियमित स्वास्थ्य जांच की आवश्यकता और समुदाय में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की महत्ता को रेखांकित किया।कार्यक्रम के अंतर्गत 67 प्रतिभागियों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें लम्बाई वजन रक्तचाप(BP)और रैंडम ब्लड शुगर(RBS)की जांच शामिल थी। चिकित्सकीय टीम द्वारा सभी प्रतिभागियों को उनकी रिपोर्ट के आधार पर व्यक्तिगत परामर्श भी प्रदान किया गया।इस कार्यक्रम में कुल 167 प्रतिभागियों (95 पुरुष और 72 महिला) की सक्रिय उपस्थिति रही जिसमें रेलवे अस्पताल के डॉक्टर चिकित्सा अधिकारी पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टाफ तथा रेलवे चिकित्सा लाभार्थी शामिल रहे। कार्यक्रम ने जागरूकता संवाद और स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रतिबद्धता की भावना को और मजबूत किया।यह पहल रेलवे चिकित्सा विभाग द्वारा महिलाओं और परिवारों के बीच स्वास्थ्य, प्रारंभिक पहचान और सशक्त जीवनशैली को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुई।