गोरखपुर। गोरखपुर का सहारा स्टेट आवासीय परिसर में आजकल नौ दिन चलने वाली माता की आराधना में जहां भक्त उत्साह के साथ पूजा अर्चना में लीन है वहीं बच्चों के उत्साहवर्धन और ज्ञानार्जन के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों से लेकर बड़े भी भाग ले रहे है।
सर्दी नवरात्र का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का प्रतीक होता है। इन्हीं पंडालों में छोटे बच्चों के लिए विविध प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं, जिनमें चित्रकला एवं नृत्य प्रतियोगिता विशेष आकर्षण का केंद्र होती है। चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चे अपनी कल्पना के रंग बिखेरते हैं। कोई माँ दुर्गा की वीरता को चित्रित करता है तो कोई नवरात्र की झाँकियों को। बच्चों की चित्रकारी में मासूमियत और सच्ची भक्ति झलकती है। रंगों के माध्यम से वे भक्ति, संस्कृति और अपनी सोच को उजागर करते हैं।
छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत गरबा, डांडिया नृत्य लोगों को किया आकर्षित
नृत्य प्रतियोगिता भी पंडाल का मुख्य आकर्षण रहती है। छोटे-छोटे बच्चे गरबा, डांडिया और देवी गीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हैं। उनके नृत्य में जोश, उत्साह और भक्ति का अद्भुत संगम दिखाई देता है। दर्शक उनकी प्रस्तुतियों पर तालियाँ बजाकर उनका उत्साह बढ़ाते हैं। ऐसी प्रतियोगिताएँ बच्चों की प्रतिभा को निखारने के साथ-साथ उनमें भारतीय संस्कृति, कला और परंपराओं के प्रति प्रेम जगाती हैं। यह केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सीखने और अपनी क्षमता को पहचानने का अवसर भी है। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की आयोजक निधि त्रिपाठी, अभिलाषा, समिष्ठा,ममता,अलका,श्वेता, सीमा, अनुराधा ,एकता, अंजनी, निधि मणि उमा यादव आदि ने किया है।