किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बड़ा योगदान होता है। पर्यटन जिसे चिमनी विभिन्न उद्योग के नाम से भी जाना जाता हैं। आज भी लाखों लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध करा रहा है। पर्यटन स्थलों पर देश-विदेश से आने वाले पर्यटक परिवहन साधनों से लेकर होटल, रेस्तरां और पर्यटन स्थलों के टिकट पर व्यय करते हैं। जिससे राजस्व की बढ़ोतरी होती है। घूमने का शौक रखने वाले नए-नए पर्यटन स्थलों की खोज में रहते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने, पर्यटकों को आकर्षित करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
आज के समय में जहां हर देश की पहली जरूरत अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। वहीं आज पर्यटन के कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग के इर्द – गिर्द घूमती है। यूरोपिय देश, तटीय अफ्रीकी देश, पूर्वी एशियाई देश, कनाड़ा, आस्ट्रेलिया आदि ऐसे देश है। जहां पर पर्यटन उद्योग से प्राप्त आय वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करती है। पर्यटन सिर्फ हमारे जीवन में खुशियों के पल को वापस लागे में ही मदद नहीं करता है। बल्कि यह किसी भी देश के सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वैश्विक स्तर पर पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाते हैं। पहली बार विश्व पर्यटन दिवस 1980 में मनाया गया था। इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन ने की थी। 27 सितंबर के दिन विश्व पर्यटन दिवस मनाने की खास वजह थी।