सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ओबीसी मोर्चा के प्रति मंडल द्वारा अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई तथा राष्ट्रपति नामित ज्ञापन संबंधित को दिया गया। जिला अध्यक्ष जिला संयोजक लक्ष्मीनारा ने बताया कि, महिला आरक्षण में आरएसएस एवं बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी के साथ धोखेबाजी करने के विरोध में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के तहत ज्ञापन। देश में हजारों साल से व्याप्त ब्राह्मणवादी वर्ण एवं जाति व्यवस्था के कारण एससी एसटी ओबीसी समाज को काफी पीछे कर दिया गया है। इसलिए संविधान में ओबीसी, एससी, एसटी समाज को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष प्रावधान के तहत आरक्षण व्यवस्था लागू की गई। ओबीसी, एससी, एसटी समाज के पिछड़ेपन के कारण उनकी महिलाओं का पिछड़ापन अत्यधिक है, जिनकी बराबरी सवर्ण जाति की महिलाओं से नहीं की जा सकती। महिला आरक्षण में ओबीसी महिलाओं को सवर्ण महिलाओं के साथ में ही रखना ओबीसी महिलाओं के साथ धोखेबाजी है। इससे ओबीसी महिलाओं को प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिलेगा और महिला आरक्षण के नाम पर केवल सवर्ण महिलाओं को ही फायदा होगा। इसलिए ओबीसी और एससी-एसटी महिलाओ को अलग-अलग उनकी संख्या के अनुपात में सीटें आरक्षित करना ही न्यायसंगत है।