गाजीपुर। 2 अक्टूबर को देशभर में राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की जन्म जयंती संयुक्त रूप से मनाई जाती है। इसी क्रम में गाजीपुर के पी० जी० कॉलेज में भी आज कुशलपाल श्रोतशाला में महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यार्पण के उपरांत पुष्पार्चन के माध्यम से नमन किया गया। इस मौके पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र- छात्राएं उपस्थित रहीं। माल्यार्पण कार्यक्रम के बाद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि महात्मा गांधी का सिखाया अहिंसा का सबक ऐसा है जिससे स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से आजादी हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया। बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उनके अहिंसा की नीति को सराहा गया। जिसका परिणाम है कि आज पूरा विश्व महात्मा गांधी के जन्म जयंती को 17 वें अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में पूरे उत्साह एवं उल्लास के साथ मना रहा है। दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला गांधी के अहिंसा को ही अपना कर रंगभेद के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाने में सफल रहे। वहीं उन्होंने कहा कि देश को हरित क्रांति के पथ पर ले जाने में लाल बहादुर शास्त्री का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने जय जवान, जय किसान का नारा देकर भारत को प्रगति पर ले जाने का काम किया था। इस अवसर पर प्राध्यापकों एवं कर्मचारीयों ने एन० एस० एस० एवं रोवर्स-रेंजर्स के कैडेट एवं स्वयंसेवको के साथ परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया और महाविद्यालय के परिसर में स्थित संस्थापक सचिव राजेश्वर प्रसाद सिंह व चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।