सोनभद्र। उपाध्यक्ष, सोनभद्र बार एसोसिएशन व उत्तर प्रदेश भाजपा ‘युथ’ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनिल द्विवेदी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सोनभद्र में खनन माफियाओं द्वारा गुंडागर्दी के बल पर सरेआम दिनदहाड़े किये जा रहे अवैध खनन की शिकायत किया है। अनिल द्विवेदी ने अपने शिकायती पत्र में यह दर्शाया हैं कि, सोनभद्र माफियाओं के चंगुल में हो गया हैं। सोनभद्र के आमजनता, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, नेता व अधिकारी-कर्मचारी इत्यादि सभी इन माफियाओं के चहल कदमी व हस्तक्षेप से भयभीत व चिन्तित हैं और हर छोटे बड़े मामले में इन माफियाओं द्वारा लोगों को धमकाया जा रहा है जो सोनभद्र के शान्ति व अमन चैन में को बिगाड़ के रख दिया हैं। द्विवेदी जी ने बताया कि, सोनभद्र में सभी विभागों में, सभी प्रकार बड़े ठेके पट्टे इन माफियाओं के या उनके किसी गुर्गों के ही मिल रहे हैं, इन माफियाओं को ठेका पट्टा मिलने के बाद न तो अधिकारी कर्मचारी की हिम्मत पड़ रही हैं कि उनके साइड जाकर काम की जांच कर लें और कार्य को मानक के अनुरूप करायें, न तो कोई पत्रकार, लोकल नेता या सामाजिक कार्यकर्ता ही शिकायत करने की दुस्साहस करने की सोच रहे हैं। यदि भूल बस न जानकारी में कोई अधिकारी-कर्मचारी, पत्रकार, नेता, सामाजिक कार्यकर्ता व आम जनता शिकायत कर दी या जांच के लिए चले गयें तो तुरंत इन माफियाओं के धमकी भरे फोन आ जा रहे हैं। यदि हल नहीं किये तो माफियाओं के कुछ गुर्गे उस सिकायत कर्ता के घर पर धमक पड़ रहे हैं। यानि सोनभद्र में अब माफिया गिरी की दहशत पैदा की जा रही हैं। जिससे ये माफिया कुछ भी गलत सही करें और कोई बोलने की हिम्मत न सकें। यही हाल जिलापंचायत के ठेके में भी हैं और खनन में तो इससे भी कई गुना बड़कर हैं। अवैध परिवहन मे भी इन माफियाओं द्वारा खुलेआम जबरदस्ती अपनी गाड़ियों को पार करायी जा रही हैं। द्विवेदी जी ने मुख्यमंत्री को दिये अपने पत्र में जनपद सोनभद्र में भविष्य में कभी भी बड़े गैंगवार होने की सम्भावना को भी प्रदर्शित किया है। द्विवेदी जी ने माननीय मुख्यमंत्री जी से इन खनन माफियाओं, माफियाओं, माफियाओं के गुर्गों, चेलों, इनका साथ देने वाले भ्रष्ट अधिकारीयों-कर्मचारियों के खिलाफ प्रदेश स्तरीय एस.आइ.टी. गठित कर जांच कराने तथा आपराधिक इतिहास के आधार पर बड़ी से बड़ी कार्यवाही करने और अवैध खनन/ठेका/वसुली इत्यादि अवैध कमाई से बनाई गयी सम्पत्ति को सरकार द्वारा जप्त करने का निवेदन किये हैं।