सोनभद्र। अपर जिलाधिकारी श्री सहदेव कुमार मिश्र (वि0/रा0) की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सर्पदंश से होने वाली जनहानि व पशुहानि की घटनाओं में कमी लाने हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान अपर जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारीगण, डाॅक्टर व आपदा मित्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि, विगत वर्षो में सर्पदंश से व्यापक मात्रा में जनहानि व पशुहानि की घटनायें हुई है जिसमें प्रदेश में सर्वधिक प्रभावित तीन जनपद है तीन जनपद सोनभद्र, बाराबंकी व गाजीपुर है जिसमें सर्पदंश से मृत्यु की घटनाये अधिक हुई है। इससे बचाव हेतु व जन जागरूकता के लिए शासन द्वारा यह विशेष प्रशिक्षण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें चिकित्सा के प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण किया जा रहा है। इस दौरान उन्होनें कहा कि, सर्पदंश के दौरान क्या करें और क्या न करें की विशेष सावधानी बरतनी चाहिये जिसके माध्यम से हम किसी के जीवन को सुरक्षित कर सकते है। सर्पदंश के दौरान ‘‘क्या करें ‘‘ सर्प द्वारा काटे गये स्थान को तुरन्त साबुन पानी से धोयें, दाॅत की निशान को जाॅच करें कही जहरीले सर्प के काटने दो दन्त के निशान तो नहीं है, साॅप द्वारा काटे गये जगह को स्थिर करके रखें, काटे हुये अंग को हृदय के लेबल से नीचे रखें, सर्पदंश वाले अंग को फिक्स करें बैन्डेज घाव पर और उसके ऊपर लगायें, घायल व्यक्ति को संतावना दे घबराहट से हृदय गति तेज चलने से रक्त संचरण तेज हो जायेगा और जहर सारे शरीर में फैल जायेगा तुरन्त अस्पताल ले जायें यदि जहरीले सर्प ने काटा है तो एन्टी वेनोमा स्नैक्स ए0बी0एस0 का इन्जेक्सन डाॅक्टर से लगवाये। ‘‘क्या न करें‘‘ बर्फ अथवा गर्म पदार्थ का इस्तेमाल काटेे गये स्थान पर न करें, टर्निकेट ना बाॅधें इससें सम्बन्धित अंग में रक्त प्रभाव पूरी तरह से रूक सकता है एंव सम्बन्धित अंग की क्षति हो सकती है साॅप द्वारा काटे गये स्थान पर चीरा न लगाये इससें रक्त स्त्राव प्रभावित की मृत्यु हो सकती है घायल को चलने से राकें, शराब या नींद आने की कोई दवा न दें, तंन्त्र मन्त्र झाण फूक तांत्रिक के झासे में न आये मरीज को कुछ खिलाये पिलाये नहीं निराश न हो एंव प्रभावित का मनोबल बढ़ाये, उन्होने कहा कि जनपद में सर्पदंश की घटानाओं पर कमी लाने हेतु लोगों को चिकित्सा सम्बन्धित जानकारी एंव प्रशिक्षको द्वारा प्रशिक्षण जिला चिकित्सालय एंव सामुदायिक चिकित्सा केन्द्रों पर डाॅक्टर आशा वर्कर को भी कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षित किया जायेगा और ग्राम प्रधान के माध्यम से भी ग्रामीणों को इसके सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी जिससे की सर्पदंश की घटना में जनपद में कमी आ सके। इस दौरान कार्यशाला में उप जिलाधिकारी सदर श्री निखिल यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी, नायब तहसीलदारगण, अपर जिला सूचना अधिकारी श्री विनय कुमार सिंह, डाॅक्टर्स, आशा, लेखपाल सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।