परसपुर, गोण्डा। पसका के त्रिमुहानी तट पर पौष पूर्णिमा के दृष्टिगत आयोजित संगम मेला के तीसरे दिन रविवार को भी मेलार्थियों की अपार भीड़ रही है। रविवार की सुबह मेला परिसर में मेलार्थियों की भीड़ उस समय बढ़ने लगी, जब दोपहर में सूर्यदेव के दर्शन हुये। पौष माह में कड़ाके की ठंडक में दोपहर बाद से मेलार्थियों की भीड़ बढ़ गयी। मेलार्थियों ने सरयू संगम स्नान, ध्यान, वाराह देव्, गुरु नर हरि आश्रम में दर्शन परिक्रमा किया।
पसका मेला में मेलार्थियों ने होटल जलपान, मीठा खट्टा व्यंजन का स्वाद चखकर संगम मेला में आवश्यक वस्तुओं की जमकर खरीददारी किया। बताया जा रहा है कि पौष माह में सरयू घाघरा नदी के संगम तट पर माह भर जप तप कल्पवास की परम्परा है। माह भर से कीर्तन भजन में लीन साधु संत संन्यासियों समेत लाखों की संख्या में आसपास व गैर जनपदों से पहुंचे मेलार्थियों ने पौष पूर्णिमा को सरयू संगम में आस्था की डुबकी लगाई। जिसके बाद क्षेत्रीय मेलार्थियों की अपार भीड़ शुरू हुई, और रविवार को पहुंचे में मेलार्थियों ने गुड़ गंजी तिल, मिठाईयां, आवश्यक वस्तुओं की जमकर खरीददारी किया। महिलाओं ने श्रृंगार तो बच्चों ने खिलौने की खरीददारी किया। झूला, ड्रेगन झूला, ब्रेक डांस झूला, जादू, मौत कुंवा, मिक्की माउस, लोककला नृत्य, बच्चों का झूला आदि मनोरंजन के साधन मेला के मुख्य आकर्षण रहे हैं। शांति सुरक्षा के दृष्टिगत भरपूर पुलिस बल की मुस्तैदी रही है।