भदोही। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा प्रथम एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन प्राचार्य प्रो. डॉ.शाहिद परवेज द्वारा किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना मुख्य भावना ‘मैं नहीं, आप’ के बारे में बताते हुए समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। कहा हमारा व्यक्तित्व और जीवन समाज से प्रभावित होता है और हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है कि हम समाज के लिए अपना योगदान दे सकें। उन्होंने कहा गरीबी, अशिक्षा, दहेज प्रथा, नशा, कुपोषण, अंधविश्वास आदि सामाजिक समस्याओं और बुराइयों को दूर करने के लिए समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है। उन्होंने अनुशासित होकर के स्वच्छता एवं समाज के उत्थान के लिए चलाई जा रही योजनाओं के प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया। आपदा और दुर्घटना के वक्त राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के द्वारा किए गए कार्य सच्ची राष्ट्र और मानव सेवा होती है। प्राचार्य ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली को प्रस्थान कराया। रैली के माध्यम से नशा उन्मूलन पता करो योग रहो निरोग का संदेश दिया गया। पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजकुमार सिंह यादव ने राष्ट्रीय सेवा योजना के इतिहास और योगदान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जीवन में खुशहाली के लिए युवा ऊर्जा अच्छे कार्यों में लगाएं। अनुशासित होकर के मेहनत और समाज सेवा करते रहें। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रुस्तम अली और डॉ श्वेता सिंह के नेतृत्व में छात्रों ने श्रमदान कर महाविद्यालय परिसर को भी स्वच्छ बनाया। बौद्धिक संगोष्ठी के दौरान स्वयंसेवकों ने पर्यावरण प्रदूषण और उसके निदान विषय पर चर्चा की। पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करने की आवश्यकता बताई गई। इस मौके पर रागिनी विश्वकर्मा, पूजा देवी, सोनी, शिवम पाल, संजना दुबे, खुशबू उमर, प्रियांशु, मोहम्मद आबिद, आदि स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। शिविर में डॉ माया यादव, श्री अनुराग सिंह, डॉ रणजीत सिंह, डॉ भावना सिंह, अनीश कुमार मिश्र, डॉ आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ अंकिता तिवारी, आशीष जायसवाल, डॉ शिखा तिवारी, डॉ अमित तिवारी आदि प्राध्यापकगणों ने छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया।