विनीत अवस्थी
कन्नौज- कोर्ट में शुक्रवार दोपहर को तारीख करने आए युवक पर दूसरे पक्ष के युवक ने तमंचे से जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया। फायर होने से अफरा तफरी मच गई। फायर कर भाग रहे युवक को वकीलों ने पकड़कर पुलिस को सोपा दिया।
कोतवाली क्षेत्र के भगतगाढा गांव के रहने वाले चंदन शुक्रवार को कन्नौज कोर्ट में तारीख लेने के लिए आए थे। एफटीसी सेकंड की कोर्ट में लौटकर अधिवक्ता चैंबर की तरफ जा रहे थे। तभी लाइब्रेरी के पास सामने से दूसरी पार्टी का युवक आ गया। चंदन को देखते ही उसने तमंचा तानकर फायर कर दिया। हाथ में तमंचा देखकर चंदन जमीन पर गिर गया जबकि गोली उसके पीछे दीवार पर जा लगी। करने के बाद युवक ने भागने की कोशिश की थी। लेकिन तब तक वह सी ब्लॉक के बाहर एक अधिवक्ता की मेंज से टकराकर गिर गया। उधर फायरिंग की आवाज सुनकर अफरा तफराधी मच गई।और वकीलों ने फायरिंग करने वाले युवक को तमंचा समेत दबोच लिया। आरोपी की धुनाई करते हुए वकीलों ने पुलिस को सौंप दिया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के कटरा गांव निवासी पिंटू भगतगाढा गांव निवासी कृपाल सिंह के बेटो के बीच 24 में 2023 को झगड़ा हो गया था। यहां मारपीट और फायरिंग के दौरान एक पक्ष से कटरा निवासी पिंटू की मौत हो गई थी। इसी मामले में मृतक पिंटू के बेटे की मौत हो गई थी। इसी मामले मे पिंटू के बेटे आदेश ने दूसरे पक्ष के चार सगे भाइयों शेखर, कल्लू, मल्लू और चंदन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इस मामले में एक आरोपी मल्लू अभी भी जेल में है। जबकि उसके तीन भाई जमानत कर जेल से बाहर आ गए थे। ऐसे में शुक्रवार को इसी मुकदमे की तारीख लेने के लिए चंदन शुक्रवार को कोर्ट पहुंच गया था। बताया गया कि कोर्ट में ही बादी पक्ष से आदेश भी आया था। वह तमंचा लगाकर एफटीसी कोर्ट के पास घूम रहा था। जब चंदन वकीलों के चेंबर की तरफ जा रहा था। तभी आदेश ने लाइब्रेरी के पास उसके ऊपर तमंचा तानकर फायर कर दिया। जिससे वह बाल बाल बच गया।
दिनदहाड़े कोर्ठ परिसर में फायरिंग की घटना से वकील उत्तेजित हो गए। उन्होंने एकजुट होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ता कौशलेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि एक युवक दूसरे पक्ष के युवक की हत्या करने के लिए तमंचा और कारतूस लेकर कोर्ट में घूमता रहा।और सुरक्षा कर्मी बैठकर मोबाइल चलाते हैं, या फिर दूप में आराम फरमाते रहते हैं। जिस कारण फायरिंग की घटना को अंजाम देने में युवक कामयाब हो गया। अगर सुरक्षाकर्मी सक्रिय होते तो यह वारदात नहीं होती। वकीलों ने अधिवक्ता चैंबर परिसर की सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की है।