वाराणसी 4 फरवरी रविवार को खिली धूप के बीच गंगा निर्मलीकरण का नारा बुलंद हुआ । गंगा को साफ रखने का संकल्प दोहराते हुए दशाश्वमेध से तुलसी घाट तक गंगा सेवक नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने लोगों को जागरूक किया । ध्वनि विस्तारक यंत्र से लोगों को बताया कि गंगा हमारी हैं, गंगा के घाट हमारे हैं, इनके स्वच्छता की जिम्मेदारी भी हमारी है । घाट-घाट पर लोगों को जागरुक करते हुए बताया कि गंगा भारतीय संस्कृति का प्रवाह हैं। गंगा बेसिन क्षेत्र भारत की 56 प्रतिशत आबादी को जीवन देता है । भारत की आस्था और अर्थव्यवस्था गंगा हमारी पेयजल , सिंचाई, पर्यटन तीर्थाटन एवं अनेकों आवश्यकताओं की पूर्ति करती हैं । लाउडस्पीकर से बताया कि जन भागीदारी सुनिश्चित करते हुए गंगा किनारे स्वच्छता बनाए रखने का हमारा भी दायित्व है । गंगा तट की स्वच्छता में सहयोगी बनकर उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ गंगा के संरक्षण और संवर्धन में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें ।