*वाराणसी 20 फरवरी जिले में पांडेपुर पंडित दीनदयाल बने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र सरकारी सस्ती दवाई की दुकान खोला गया कि मरीजों को अच्छी और सस्ती दवाई मिले लेकिन जब यहां पर दवा लेकर मरीज जाते हैं डॉक्टर को दिखाने के लिए वही पंडित दीनदयाल के डॉक्टर कहते हैं कि यहां पर दवा सही नहीं है आप बाहर से जाकर के दवा लाइए यह दावा सही नहीं है अगर जब डॉक्टर के हिसाब से दवा सही नहीं मिल रही है औषधि केंद्र खोलने का क्या मतलब क्यों मरीजों को बेवकूफ बनाया जा रहा है सरकारी और सस्ती दवा के नाम पर जब उन्हें डॉक्टर ने बाहर की दवा लेने की सलाह दे रहे हैं अंदर के दवा को अच्छी वह दवा नहीं है तत्काल औषधि केंद्र सस्ती दवा मिल रही है उसकी प्रशासन को जांच करनी चाहिए क्या मरीज को अच्छी दवा वितरण करने के लिए दुकान खोली गई है या फिर उन्हें बेवकूफ बनाया जा रहा है