डीके निगम
बुलंदशहर/नरसेना/ऊंचागांव आहार अंबिकेश्वर मंदिर (भोले) पर जलाभिषेक के लिए जाने वाले कई लाख कांवड़ियों को इस बार मार्ग पर गड्ढे, जलभराव व नुकीले पत्थरों से होकर गुजरना पड़ेगा। इस तरह का मार्ग क्षेत्र में कई स्थानों पर मिलेगा। नरेन्द्रपुर गांव का मुख्य मार्ग सबसे ज्यादा खराब है। बीती रात से लगातार हो रही बारिश के कारण मार्ग फिर गड्ढों में तब्दील हो गया है। इस समस्या की ओर न तो अब तक प्रशासन ने ध्यान दिया है और न ही जनप्रतिनिधियों ने।
क्षेत्र के नरेन्द्रपुर गांव में मुख्य मार्ग से लाखों से भी ज्यादा संख्या में शिवभक्त काँवड़ लेकर
आहार अंबिकेश्वर मंदिर (भोले) पर जलाभिषेक करने के लिए जाते हैं। घरों से निकलने वाला गंदा पानी व बीती रात से हो रही बारिश का पानी गांव के बाहर मारा पर एकत्रित हो गया है। वहाँ कांवड़ मार्ग में फिर से गड्डा बन गया है। इस मार्ग से निकलने पर कांवड़ियों को अपने पैरों को संभालकर चलने की आवश्यकता होगी। इससे आगे कई गांव तक कई जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं। कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन और विभागों के दावे खोखले हैं। सड़कों को बनाना तो दूर गड्ढे तक नहीं भरे जा सके हैं। कई जगह तो हालात यह है कि सड़क गड्ढों में नजर आ रही है। अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि गड्ढों में रोड़े डालकर छोड़ दिया गया है। ऐसी सड़कों से गुजरने में भोले के भक्तों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। बारिश होने से समस्या गंभीर हो सकती है। जिम्मेदार अधिकारी अब तक आंखें मूंदे बैठे हैं।