ललितपुर- जिला कारागार ललितपुर में निरुद्व सिद्वदोष बन्दी कोमल पुत्र किच्चा, निवासी-भैंसाई, थाना-कोतवाली, ललितपुर, अपराध संख्या-831 / 1987, धारा-304/34 (2) 323/34 आई०पी०सी० के प्रकरण में कारागार में माननीय उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली के अपील पर निर्णय के अर्न्तगत कारागार में 05 वर्ष की सजा भोग रहा है। उक्त बन्दी को हार्ट अटैक की शिकायत पर जिला चिकित्सालय ललितपुर व मेडिकल कालेज झांसी में तुरन्त उपचार हेतु भेजा गया। मेडिकल कालेज झांसी से बन्दी को एल०पी०एस० हृदय रोग संस्थान कानपुर उपचार हेतु सन्दर्भित किया गया जहां से बन्दी कोमल को किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ के हृदय रोग संस्थान हेतु सन्दर्भित किया गया। के०जी०एम०यू० लखनऊ के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बन्दी का परीक्षण करने के उपरान्त उसके हृदय की एंजियोप्लास्टी किये जाने एवं हृदय में स्टंट डाले जाने हेतु रुपए 1, 20,000/- का आगणन उपलब्ध कराया गया। कारागार प्रशासन ललितपुर द्वारा प्रकरण में त्वरित कार्यवाही करते हुये शासन से दिनांक 25.03.2025 को रुपए 1,20,000/- का बजट प्राप्त होने पर कारागार प्रशासन ललितपुर द्वारा प्राथमिकता के आधार पर बन्दी कोमल को दिनांक 26.03.25 को किंग जार्ज मेडिकल कालेज, लखनऊ के हृदय रोग विभाग में भेजा गया जहां पर बन्दी की एंजियोप्लास्टी हो गयी है तथा उसके हृदय में स्टंट डाल दिया गया है। बन्दी को समय से उपचार प्राप्त होने पर वह पुन पूर्व की तरह से स्वस्थ हो गया है और उसे नया जीवन मिल गया है। बन्दी के स्वस्थ होने पर जहां बन्दी अत्यन्त प्रसन्न है, वहीं उसके परिवारीजन एवं उसके करीबी लोग अत्यन्त खुश हो रहे हैं तथा उन्होंने कारागार प्रशासन के अधिकारियों मुकेश कुमार जेल अधीक्षक, जेलर जीवन सिंह व कारागार चिकित्सक डा विजय द्विवेदी एवं विशेष रुप से पुलिस अधीक्षक मो मुश्ताक का उनके द्वारा इलाज हेतु तुरन्त पुलिस गार्ड उपलब्ध कराये जाने हेतु विशेष आभार प्रकट किया