मझौली राज/सलेमपुर (देवरिया)। नगर के तीन तरफ बहने वाली हिरण्यावती नदी (छोटी गंडक) के नवलपुर घाट के पास सैकड़ो वर्ष पुराने धर्मस्थल का पुनरुद्धार करने का सर्वसम्मत निर्णय लिया गया। इस धर्मस्थल में उदासीन संप्रदाय का गुरुद्वारा और शिवालय खंडार की स्थिति में मौजूद है। लगभग 400 वर्ष पहले गुरु नानक देव जी के सबसे बड़े पुत्र श्री चंद जी महाराज के द्वारा स्थापित इस धर्मस्थल की स्थिति दयनीय थी। मझौली राज नगर के कुछ समाजसेवियों एवं श्रद्धालुओं ने इसके पुनरुद्धार का मन बनाया और इसके निमित्त रविवार को मंदिर परिसर में ही विशाल बैठक हुई जिसमें सर्व सर्वसम्मत से तय किया गया कि इसका जनहित में पुनरुद्धार आवश्यक है। बैठक को संबोधित करते हुए समाजसेवी कृष्णकांत दुबे उर्फ गोलू मास्टर ने कहा कि इस धर्मस्थल का रखरखाव और पुनरुद्धार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व है कि अपने गौरवमयी इतिहास को बरकरार रखा जाए। यह मंदिर 400 वर्ष पुराना है जिसमें गुरुद्वारा और शिवालय दोनों ही मौजूद है। ऐसा धर्मस्थल देश में कहीं भी मौजूद नहीं है। हम सभी का फर्ज है कि हम लोग इसका नवनिर्माण करें। इसका सभी ने दोनों हाथ उठा कर समर्थन किया।
बैठक में अमित सिंह, सभासद विकास कुमार गुप्ता उर्फ महंथ, शुभम गुप्ता, राजू कुशवाहा, जुगनू गुप्ता, राम जी गुप्ता, श्रवण गुप्ता, जवाहरलाल गुप्ता, अरुण श्रीवास्तव, ओंकार तिवारी, कालीचरण मिश्रा, ऋषि गुप्ता, हिमांशु मिश्रा, गौरी शंकर गुप्ता, लकी वर्मा, मनोज चौरसिया, मैनेजर प्रसाद, संजय गोंड, विशाल गोंड, कालीचरण बाबा, मनोज प्रसाद, सुनील प्रसाद, सुभम गोंड, चानू गोंड, संतोष गुप्ता, सिबू गुप्ता, सूरज प्रसाद, गुलाबचंद प्रसाद, उपेन्द्र गोंड, सूरज प्रसाद, प्रेम रौनियार आदि मौजूद थे। इसके लिए शीघ्र ही अगली बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया।