वाराणसी/-मिर्जामुराद गौर गांव निवासी निहाल सेठ का आरोप रहा की हमारे चाचा के द्वारा बाजार में एक जमीन रजिस्ट्री कराकर उसमे दुकान बनवाया गया था।सोमवार को एम.काम की परीक्षा देने जा रहा था तो देखा कुछ लोग दुकान के शटर का ताला तोड़ रहे थे। जिसकी सूचना हमने तत्काल डायल 112 पर पुलिस को दिया इसके बावजूद मिर्जामुराद पुलिस अवैध कब्जा रोकने को कौन कहे उलटे निहाल सेठ व उसके भाई को थाने पर बैठा लिया उधर दुकान कब्जा कर लिया गया। निहाल सेठ का आरोप है की पुलिसकर्मियो से अनुनय विनय करता रहा की मेरा परीक्षा छूट जायेगा पूरा शाल बर्बाद हो जायेगा लेकिन पुलिस ने एक न सुना दिन भर थाने पर बैठाने के बाद शाम को शांति भंग में एक तरफा चालान कर दिया।परीक्षा छुटने की जानकारी बुधवार को जब काशी विद्यापीठ से जुड़े गंगापुर परिसर के छात्र नेताओ को हुई तो दर्जनों की संख्या में छात्र निहाल सेठ के साथ थाने पहुंच छात्र के ऊपर पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ मिर्जामुराद थाना गेट पर धरने पर बैठ गये।पुलिस ने गेट से छात्रो को हटाना चाहा लेकिन छात्रो ने थानाध्यक्ष से पूछा की किसके इसारे पर जमीन कब्जा कराया गया और एक छात्र का परीक्षा देने से रोका गया जबकी छात्र द्वारा परीक्षा का एडमिट कार्ड भी दिखाया गया था ।लगभग दो घण्टे तक चले धरने के बाद थानाध्यक्ष ने निहाल सेठ व कुछ छात्र नेताओ को अपने केबिन में बुलाकर वार्ता कर आश्वस्त किया की अवैध कब्जा हुवा होगा तो उसे मुक्त कराकर ताला लगवा कर विपक्षी के खिलाफ भी क़ानूनी कारवाई होगी।जिस पर छात्र थाने से हटे।वही घटना के बावत निहाल सेठ ने मंगलवार की पुलिस कमिश्नर से मिल कर मिर्जामुराद पुलिस के मिलीभगत से हुए कब्जा का वीडियो दिखाने के साथ पुलिस द्वारा जबरजस्ती थाने पर बैठाने जिसके कारण परीक्षा छुटने का आरोप लगाया सीपी ने खुद उक्त मामले की जॉच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ करवाई का आश्वासन छात्र को दिया।