भदोही। जश्ने ईद मिलादिन्नबी स. के पुरबहारां मौके पर पत्रकार आफताब अंसारी ने आलमे इस्लाम को तहे दिल से मुबारकबाद देते हुए कहा की रबीउल अव्वल के महीने में पैग़म्बरे इस्लाम दुनिया में अमन के पैकर बन कर तशरीफ़ लाए। इंसानियत के अलंबरदार राहमताल्लिल आलमीन सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम है जो कायनात का ज़र्रा-ज़र्रा नबी की आमद-आमद पर खुशियां माना रहा है। मुस्तफा जाने रहमत सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम केवल मुसलमानों के ही नही हैं बल्कि पूरी दुनिया के लिए नबी बन कर आए हैं। यह एक बहुमूल्य सच है कि हर आने वाले रसूल और नबी के द्वारा उनके धर्म ग्रंथो में अंतिम नबी की भविष्यवाणी की गई है। यह भी इस्लाम धर्म के सत्यता का प्रमाण है कि प्राचीन ग्रंथों में अत्यंत फेरबदल के बावजूद भी अल्लाह ने अंतिम रसूल के आने की खबर को बदलने नही दिया। ताकि कोई यह न कह सके कि हमें खबर नही थी। हजरत मोहम्मद साहब ने दुनिया दुनिया वालो को इंसानियत का पाठ पढ़ाया। मोहम्मदे अरबी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने सभी धर्मों के मानने वालों के साथ बेहतरीन स्कूल किया है उसी का नतीजा है कि आज पूरी दुनिया मे मजहबे इस्लाम का बोलबाला है। मगर कुछ लोग मुसलमान होने का दावा कर दहशत गर्दी फैलाते हुए इस्लाम के नाम को बदनाम कर रहे हैं। जबकि इस्लाम का इन सब से कोई वास्ता सरोकार नही है। मजहबे इस्लाम का नाम ही अम्न शांति है। इस महीने में हमे मानवता (इंसानियत) का दर्स मिला भाईचारे का सन्देश मिला जिसे हम उस सन्देश को लोगो तक पहुंचाने का काम करें। रबीउल अव्वल का महीना अमन शान्ति भाईचारा एकता का सन्देश देता है। नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम के दुनिया मे तशरीफ़ लाने से पहले दुनिया गुमराहियों की ज़िंदगी मे सिसक रही थी। गरीबो, यतीमो, बेवाओं को सताया जा रहा था। बच्चियों को ज़िंदा दफना दिया जाता रहा मेंरे आक़ा ने दुनिया को ज़िन्दगी बख्शी।