भदोही। चौरी रोड स्थित किरमान इंटरनेशनल में सोमवार को गुलामाने आक़ा सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम, शैदाईए ख्वाजा गुलामाने हुज़ूर मुजाहिदे मिल्लत हाजी यूसुफ़ इमाम सिद्दीक़ी व हबीबी द्वय ने मुस्तफा जाने रहमत सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के आमद-आमद की ख़ुशी में मिलादे पाक का एहतेमाम रख कर गुलामाने बदरूद्दोजा कैफुलवरा साहबे क़ाब क़ौसैन सैयदुल अरबो अजम मिस्बाहुलज़ुलम सैयदुस्सकलैंन एमामुल किब्लतेंन नबीईल हरमैन जद्दिल हसने वल हुसैन होने का शरफ हासिल किया। इस पुरफेजा मौके पर आला हजरत, सज्जादा नशीन खानकाहे आलिया कादरिया, बरकातिया माहरैरा शरीफ प्रो. अल्हाज सैयद मो. अमीन मियां की तशरीफ़ आवरी हुई। वहीं उन्होंने मुस्तफा जाने रहमत स.की सिरते तैयबा पर रौशनी डाली। कहा आक़ा अलैहिस्सलाम की दुनिया में जलवागरी से दुनिया रश्के आफताब हो गया क़ायनात का ज़र्रा-ज़र्रा माहेताबाँ हो गया इंसानियत जाग गई हर तरफ प्यार व मोहब्बत के तराने फ़ज़ाओं में गूंजने लगी अद्ल का परचम बलन्द हो गया आमना के लाल महबूबे परवरदिगार सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने लोगो के दिलो को ईमान की दौलत से मुनव्वर व मुजल्ला कर दिया। मिलाद पाक के बाद कालीन कैम्पस में दूरदराज व नजदीक से आए हुए लोग हजरत से बैत होने का शरफ़ हासिल किया। मौलाना शमशाद अजहरी ने भी साहबे क़ुरआन स. के यौमे वेलादत पर रौशनी डाली। वहीं मद्दाहे खैरुल अनाम स. फ़ैयाज़ भदोही, नकीबे जल्सा आबिद हुसैन, नेहाल हबीबी, सैयारे कमर, जावेद आसिम ने नाते नबी पढ़ी।