कमलेश यादव गाजीपुर । जखनियां सेना के सर्वोच्च द्वितीय सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित ऐमावंशी ग्राम निवासी शहीद रामउग्रह पांडेय के शहादत दिवस के पूर्व संध्या पर जखनियां रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित उनकी प्रतिमा कि साफ सफाई भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा के नेतृत्व में भूतपूर्व सैनिकों के साथ किया गया। 23 नवंबर को उनकी 52वीं शहादत दिवस को जखनिया रेलवे परिसर प्रांगण में मनाया जाएगा। उक्त अवसर पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने कहा देश पर बलिदान हुवे शहीद हमारे पूज्यनीय है। सेना के जवानों से युवाओ कि मिलती है प्रेरणा। 1971 में पाक जंग में तीन बकरों का नेश्ता नाबूत कर देने वाले पाक की जंग में जीत की पटकथा लिखने वाले अपने अदम्य साहस वीरता और पराक्रम के बल पर महागाथा लिखने वाले अपने जखनियां तहसील ऐमावंसी ग्राम के निवासी शहिद राम उग्रह पांडेय ने जो बलिदान दिया वह जीवन भर अविस्मरणीय रहेगा। भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कैक्कस लिली में पूर्वी सीमा पर मोरपाड़ा में 23 नवंबर 1971 की रात अपने पराक्रम से स्वर्गीय राम उग्रह पांडेय ने दुश्मन के तीन बकरों को नेश्ता नाबूत कर दिया था, इससे बौखलाए पाकिस्तान फौज ने भारी गोलाबारी की इसके बावजूद वह दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हो गए। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहिद राम उग्रह पांडेय को मरणोपरांत सेना के महान पदक महावीर चक्र से भी नवाजा गया। उनके हर शहादत दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्र की गणमान्य जनता द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित किया जाता है। वही दबी जुबान से क्षेत्र के लोग कहते हैं कि एक तरफ जहां परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद को सम्मान दिया जाता है, वही महावीर चक्र विजेता राम उग्रह पांडेय के शहादत दिवस को हर साल उपेक्षित किया जाता है। कोई सरकारी अधिकारी कर्मचारी सुध नहीं लेता, उनके ग्राम सभा में बना शहीद स्थल पर साफ सफाई तक नहीं किया जाता, जिससे क्षेत्र के लोगों के अंदर शासन के लापरवाही पर आक्रोश भी पनप रहा है। वो तो भला हो भाजपा कार्यकर्त्ताओ व समाज सेविओ का की, किसी तरह उनका शहादत दिवस मन जाता है।