ललितपुर- वर्णीनगर मडावरा में समाधिसम्राट आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज के मंगल आर्शीर्वाद से संचालित पाठशाला का गतवर्षों की भांति वार्षिकोत्सव श्री महावीर विद्या विहार के परिसर पाठशाला की प्राचार्या ममता जैन के निर्देशन में आयोजित किया गया।सांस्कृतिक कार्यक्रम के पूर्व
अतिथियों ने आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्जवलित किया।तत्पश्चात ललितांग जैन के निर्देशन में आचार्य विद्यासागर महाराज के जीवन चरित्र को दर्शाती हुई डाक्यूमेंट्री फिल्म विद्योदय का प्रसारण किया गया।आचार्य श्रेष्ठ के संदेश-“इंडिया नहीं,भारत बोलों” मातृभाषा हिंदी को समर्पित फिल्म दिखाई गई। जिसके माध्यम से बताया गया कि आचार्य श्री का देश के नाम संदेश था कि मातृभाषा का सम्मान करें।मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करें।विश्व के समस्त देशों की अपनी मातृभाषा है।मातृभाषा में ही शिक्षा प्राप्त करके देश को मातृभाषामय बनायें।भारत को भारत ही बोलें,इंडिया नहीं।आदीश जैन बजाज द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रंखला में पाठशाला के बच्चों ने वृद्धाश्रम पर आधारित नाटिका मां का प्यार,झांसी की रानी,सीता की अग्नि परीक्षा,महावीर निर्माण महोत्सव पर नृत्य,भ्रूण हत्या पर आधारित नाटिका,कलयुग से सतयुग की ओर नाटिका,जय जिनेंद्र बोलिए नृत्य की भव्य प्रस्तुति बच्चों ने दीं।जिन्हें अपार जनसमूह ने सराहा।कार्यक्रम के समापन पर आचार्य विद्यासागर संस्कार वर्णी पाठशाला के शिरोमणि संरक्षक प्रजेश जैन,दीपा जैन सौंरया इंदौर एवं अध्यक्ष डां० राकेश जैन सिंघई ने प्राचार्या ममता जैन एवं पाठशाला की समस्त शिक्षिकाओं को पाठशाला में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।इस दौरान चातुर्मास समिति के पदाधिकारी, सकल दिगम्बर जैन समाज मडावरा के श्रावक,श्राविकाएं एवं नगर के युवा देश के कोने-कोने में विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन चातुर्मास समिति के महामंत्री राजेश सौंरया एवं पाठशाला की शिक्षिका रीना जैन ने संयुक्त रूप से किया।