गाजीपुर – संविधान दिवस के उपलक्ष्य में धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय, माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजीपुर की अध्यक्षता में अपराह्न 01ः30 बजे डा0 भीम राव अम्बेडकर जी को माल्यार्पण कर संविधान दिवस का शुभारम्भ किया गया एवं सभागार में उपस्थित समस्त अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण को प्रस्तावना का पाठ कराया गया। माननीय जनपद न्यायाधीश द्वारा उपस्थित न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण को भारतीय संविधान में निष्ठा रखने एवं संविधान का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर पर अखिलेश कुमार पाठक, न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय गाजीपुर, राकेश कुमार-सप्तम विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कक्ष सं0-01, गाजीपुर, श्री अलख कुमार, विशेष न्यायाधीश एस0सी0/एस0टी0 पीए एक्ट गाजीपुर, विजय कुमार-चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव पूर्णकालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, स्वप्न आनंद मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी गाजीपुर, श्रीमती नूतन द्विवेदी, सीविल जज सी0डि0 व अन्य न्यायिक अधिकारीगण, विद्वान अधिवक्तागण, कर्मचारीगण व सुरक्षाकर्मी सभागार में उपस्थित हुए। विजय कुमार-चतुर्थ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजीपुर द्वारा बताया गया कि संविधान दिवस मनाने का मूल उद्देश्य सभी को समानता एवं बराबरी का अधिकार देना एवं संविधान की सर्वोच्चता है। सन् 2015 में सरकार द्वारा डा0 भीम राव अम्बेडकर जी के 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनको सम्मान देने के उपलक्ष्य में 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया। तभी से प्रत्येक वर्ष 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है। बाबा साहब डा0 भीम राव अम्बेडकर जी का हमारे संविधान निर्माण में बहुत ही योगदान रहा है और वो प्रारूप समिति के अध्यक्ष भी रहें है। संविधान किसी भी देश के सिद्धांतो का संग्रह होता है, जिसके आधार पर उस देश का शासन संचालित किया जाता है।