बलिया/ केन्द्र सरकार से लेकर यूपी सरकार तक किसानों को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही है किसानों की आय दोगुनी हो गई है लेकिन किसानों की आय कैसे होगी दोगुनी जब सरकारी नहर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और इस नहर में पानी तक नहीं आता वही किसानों को सरकारी नगर का लाभ नही मिल रहा है यह नहर मऊ जनपद के दोहरीघाट पम्प कैनाल से पानी छोड़ी जाती है कि किसानों के खेतो तक यह पानी पहुंच जाए और किसान अपनी फसल की सिंचाई कर सकें लेकिन ऐसा कहा होने वाला है दोहरीघाट पम्प कैनाल से इस नहर में छोड़ी गई पानी किसानों के खेतो तक नही पहुंचती है इस लिए की नहर नगरा बलिया मार्ग पर सेमरी गांव के समीप ही पूरी नहर को रोक दी गई है नहर के ठीक सामने ही एक नहर विभाग बेलदार ने दीवाल खड़ा कर दिया है इसके आगे नहर की खुदाई नही की गई है क्योंकि इसी गांव के रहने वाले सिंचाई विभाग में बेलदार के पद पर तैनात थे और बेलदार अपनी दबंगई के आगे सिंचाई विभाग के अधिकारी नतमस्तक हो गए थे और नहर की आगे तक खुदाई नही की गई।जिसके चलते पूरी नहर आगे ताल तक नही जा पाई क्योंकि बेलदार की खेत पूरी तरह से नहर विभाग में आ रही थी और नहर की खुदाई तक नही की गई जिसके चलते आज किसान प्राइवेट ट्यूबल का सहारा लेकर अपनी खेतो की सिंचाई करते है अगर सरकारी नहर पूरी तरह से गांव के समीप ताल तक खुदाई हुई होती तो आज किसानों को पानी के लिए नही तरसना पड़ता हालांकि नहर की बकायदे साफ सफाई की जाती है लेकिन इस नहर में कभी पानी नहीं आती इस नहर से लगभग पचासों गांव तक पानी नहीं मिल रहा है इस नहर पर एक जेई की तैनाती है लेकिन जेई साहब यह नही देखते की आखिर जब नहर में जब पानी नहीं आती है तो नहर की सफाई क्यों हो रहीं