बुलंदशहर जिले में साइबर् क्राइम के एक हाईटेक मामले का पर्दाफाश हुआ है यहां बंद हो चुके खाते को एक्टिव कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो 11 राज्यों में साइबर जाल बिछाकर आम लोगों को चूना लगा रहे थे आरोपियों के पास से 20 चेक बुक 14 पासबुक व 7 एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है अब पुलिस उनके नेटवर्क की कड़िया जोड़ने में जुटी हुई है मामला सामने तब आया जब शहर निवासी असलम ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई तो उसने बताया कि 2022 में बंधन बैंक में उन्होंने खाता खुलवाया था लेकिन दिसंबर 2022 के बाद उसमें कोई लेनदेन नहीं हुआ ऐसे में खाता निष्क्रिय हो गया 21 अप्रैल 2025 को कुछ लोग उनके घर पहुंचे और बताया क्योंकि उनके खाते से बड़ा ट्रांजैक्शन हुआ है जब असलम ने बैंक जाकर पता किया तो पता चला कि खाते में किसी और का मोबाइल नंबर अपडेट है और उसे अवैध गतिविधियों की जा रही हैं जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से ऐसे खातों की लिस्ट तैयार की जिनमे लंबे समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ था फिर उन खातों में फर्जी मोबाइल नंबर जोड़कर केवाईसी अपडेट की जाती थी और खातों को फर्ज़ीवाड़े में इस्तेमाल किया जाता था पुलिस के अनुसार गिरोह ने एक करोड़ 95 लाख 53 हज़ार 570 का ट्रांजैक्शन किया था आरोपी बलराम उर्फ बल्ले ,अंकित शर्मा ,जीतू उर्फ जितेंद्र,शुभम कौशिक,आदि लोगों ने पूछताछ में बताया कि देश के 11 राज्यों में अपना नेटवर्क फैला चुके थे उनके पास से बड़ी मात्रा में बैंक की दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनका उपयोग वो फर्ज़ीवाड़े के लिए करते थे चारों आरोपियों को न्यायिक रूप से जेल भेज दिया गया है पुलिस अब उनकी बातों की जांच कर रही है बैंक के अंदर से उन्हें कौन जानकारी दे रहा था साइबर क्राइम प्रभारी का कहना है कि बैंक खाते से जुड़े पुराने दस्तावेज और मोबाइल नंबर के दुरुपयोग की यह बड़ी साजिश थी ग्रहण का नेटवर्क बहुत बड़ा है जल्द ही और आरोपियों की गिरफ्तारी होगी