ललितपुर- आचार्य विद्यासागर महाराज की विनयांजलि एवं गुरू उपकार महामहोत्सव के अवसर पर आचार्य प्रवर समय सागर महाराज के मंगल आशीर्वाद और तीर्थ चक्रवर्ती निर्यापक श्रवण मुनि पुंगव सुधा सागर महाराज की मंगलमय प्रेरणा से दिगंबर जैन श्रवण संस्कृति संस्थान सांगानेर (जयपुर) राजस्थान के तत्वाधान में तालबेहट के पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में 9 दिवसीय श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का श्रुत पंचमी को भव्य समापन हुआ। सुबह सौरभ भैया घुवारा एवं अर्चित भैया बड़ागांव ने मंत्रोच्चार के मध्य अभिषेक-शांतिधारा की क्रियाएँ संपन्न करायी। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजन विधान किया। धर्माबिलंबियों ने आचार्य श्री के चित्र का अनावरण कर ज्ञानदीप प्रज्वलित किया। वक्ताओं ने पाठशाला और शिविर के प्रति आभार जताया एवं श्रवण संस्कृति संस्थान सांगानेर के कृतित्व पर प्रकाश डाला। संयोजक डॉ. आलोक मोदी शास्त्री एवं पं. मुकेश शास्त्री के निर्देशन में आयोजित शिविर में आयोजित परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया। छह ढाला में सुजया मोदी प्रथम, खुशबू जैन द्वितीय एवं सनत चौधरी तृतीय रहे। बाल बोध के भाग -2 में मिति प्रथम, जिया द्वितीय और रीत तृतीय एवं भाग-1 में दिविशा प्रथम, दक्ष द्वितीय और आनवी तृतीय रहे। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र के साथ पुरस्कार प्रदान किये गये। मंदिर समिति ने सौरभ भैया एवं अर्चित भैया का शॉल श्रीफल और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान किया। जिसमें ऋषभ चौधरी, सुरेंद्र पवैया, शिखरचंद्र, प्रकाश चंद्र, विनोद कुमार, अरुण मोदी, मनोज कुमार, अजय जैन अज्जू, शैलेश कुमार, सीतेश जैन, आकाश चौधरी, सौरभ जैन, आदेश मोदी, प्रिंस जैन, मुकुल जैन, सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन अनिल चौधरी ने किया एवं अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन पवा ने सभी का आभार व्यक्त किया।