चौरसिया समाज द्वारा नागपंचमी का निकला भव्य जुलूस

Share

महोबा। में नागपंचमी के अवसर पर इस वर्ष चौरसिया समाज द्वारा निकाले गए भव्य जुलूस ने पूरे जिले में धूम मचा दी। यह जुलूस अपनी भव्यता और सांस्कृतिक धरोहर के कारण सभी के आकर्षण का केंद्र बन गया। इस आयोजन में शहर के प्रमुख पान मंडी से प्रारंभ होकर नागोरिया मंदिर तक जुलूस ने पूरे शहर में धार्मिकता और उत्सव का माहौल बना दिया।जुलूस की शोभा बढ़ाने के लिए सजी-धजी घोड़ों और विशालकाय हाथियों का प्रदर्शन किया गया। ये हाथी और घोड़े विशेष रूप से इस आयोजन के लिए तैयार किए गए थे, जो पारंपरिक परिधानों में सजे हुए थे। और भांगड़े की धुन पर अपनी कलाबाज़ी दिखा रहे थे जुलूस के मार्ग में हाथियों पर बैठे महावत और घोड़े सवार अपनी अद्वितीय पारंपरिक वेशभूषा में बेहद आकर्षक लग रहे थे।जुलूस का एक और प्रमुख आकर्षण डीजे की धुनों पर नाचते युवा थे। भक्तिमय गीतों और डीजे की ऊंची धुनों पर नाचते युवाओं ने पूरे माहौल को उत्सवी बना दिया। डीजे पर बजते भक्ति गीतों ने लोगों के उत्साह को और भी बढ़ा दिया। जुलूस के दौरान कई स्थानों पर पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ-साथ आधुनिक संगीत का भी अनूठा संगम देखने को मिला, जिसने जुलूस को और अधिक जीवंत बना दिया।इस वर्ष के जुलूस में नाग देवता की विशेष झांकी भी शामिल थी, जिसे विशेष रूप से सजाया गया था। चौरसिया समाज के लोग पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे हुए थे और नाग देवता की आराधना करते हुए पूरे जुलूस की अगुवाई कर रहे थे। इस भव्य आयोजन में शहर के कोने-कोने से लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिससे यह आयोजन एक सामुदायिक महोत्सव का रूप ले चुका था। इस विशाल आयोजन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। पूरे जुलूस मार्ग पर सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ पुलिस के विशेष बलों को भी तैनात किया गया था, जो हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए थे। भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, जिससे लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।जुलूस के दौरान शहर के प्रमुख चौराहों पर स्थानीय लोगों ने फूलों की वर्षा कर जुलूस का स्वागत किया। बालकनी और छतों पर खड़े लोग इस अद्वितीय नजारे को देखने के लिए उमड़ पड़े। जुलूस के साथ चल रही झांकी और डीजे की धुनों पर थिरकते लोगों ने पूरे शहर में एक नए उत्साह का संचार कर दिया।महोबा में नागपंचमी के इस भव्य आयोजन ने न केवल चौरसिया समाज की धार्मिकता को उजागर किया, बल्कि पूरे शहर को एकसाथ जोड़ने का भी काम किया। यह पर्व शहर की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक आस्था का प्रतीक है, जिसने इस वर्ष भी अपनी भव्यता और व्यापकता से लोगों का दिल जीत लिया।इस आयोजन ने महोबा में नागपंचमी को एक अनूठा स्थान दिलाया है, जहां परंपरा, धर्म और आधुनिकता का अद्वितीय संगम देखने को मिला। पूरे शहर में इस आयोजन की चर्चा हो रही है, और लोग इस अनूठी अनुभव को लंबे समय तक याद रखेंगे।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *