ऐम्स, नई दिल्ली द्वारा आयोजित 10वीं अंतरराष्ट्रीय फिजियोथेरेपी कॉन्फ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ फिजियोथेरेपी कॉलेज (नॉर्थ जोन) के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ सत्यपाल सिंह, डॉ प्रसून चटर्जी एवं डॉ ललित नारायण द्वारा प्रदान किया गया। डॉ सत्यपाल सिंह सबसे कम उम्र के द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता और विश्व पैरा एथलेटिक्स के मुख्य कोच है। डॉ प्रसून चटर्जी उत्तर भारत के पहले कुशल बुजुर्गों की देखभाल विशेषज्ञ और जरा चिकित्सा विभाग नेशनल सेंटर फॉर एजिंग, एम्स, नई दिल्ली में प्रोफेसर हैं। डॉ ललित नारायण पं0 दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक विकलांगों के संस्थान के उपनिदेषक हैं।आई0टी0एस0 इन्सटीट्यिूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाइड साईसेज के छात्रों को विभिन्न सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक प्रतियोगिताओं में भी पुरस्कृत किया गया आई0टी0एस0 इन्सटीट्यिूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाइड साईसेज ने ग्रुप डांस और फैषन शौ में पहला स्थान, इनोवेषन श्रेणी में दूसरा स्थान और चित्रकारी एवं रंगोली में तीसरा स्थान हासिल किया इसके अतिरिक्त आई0टी0एस0 की षिक्षक डॉ भावना शर्मा को युवा वैज्ञानिक पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरूस्कार आई0टी0एस0 इन्सटीट्यिूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाइड साईसेज के छात्रों और षिक्षकों की कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता को मान्यता देता है। संस्थान ने शिक्षा, शोध और समग्र छात्र विकास में अपने योगदान से यह सम्मान प्राप्त किया है।अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इस उपलब्धि के साथ-साथ कॉलेज में 16.12.2024 को लन्दन से आये डॉ जेम्स इंकलबर्गर के द्वारा फिजियोथेरेपी में मैनुअल थेरेपी की भूमिका पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन एम्स नई दिल्ली के संगठन से किया गया। डॉ जेम्स एक मस्कुलोस्केलेटल स्पोर्ट्स मेडिसिन चिकित्सक एवं लंदन में अस्थि रोग चिकित्सक हैं। डॉ जेम्स लन्दन प्रोरोथैरेपी लि0 के निदेषक भी हैं। सभी छात्रों ने बडे उत्साह के साथ ज्ञानवर्धक कार्यशाला में भाग लिया और उत्सुकतापूर्वक डॉ जेम्स से सवाल पूछे। प्रधानाचार्य डॉ0 एम0 थंगराज ने बताया कि कॉलेज के चेयरमैन आर0पी0 चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन श्री अर्पित चड्ढा जी के मार्गदर्शन एवं उनके परस्पर सहयोग से ही हम संस्थान को उच्च स्तर पर ले जाने में कामयाब रहे है तथा इस सर्वश्रेष्ठ फिजियोथेरेपी अवार्ड पाने में सफल रहे है। यह पुरस्कार प्राप्त करना आई0टी0एस0 इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज के लिए गर्व की बात है। यह पुरस्कार संस्थान की शिक्षा प्रणाली, छात्र कल्याण और समग्र विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।