भदोही। चौरी क्षेत्र के कंधिया फाटक रेलवे और एनएचएआई की तनातनी के बीच रेलवे ने कंधिया फाटक को दो पहिया वाहनों के लिए खोल दिया। हालांकि अब भी चार पहिया और बड़े वाहनों को 18 से 20 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। दो पहिया वाहनों के लिए फाटक खुलने के बाद बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिल गई है। खासकर मजदूर वर्ग और सब्जी विक्रेताओं की परेशानी कम हुई है। रेलवे ने दावा किया कि जल्द ही चार पहिया और बड़े वाहनों का आवागमन भी चालू कर दिया जाएगा।
वाराणसी-मछलीशहर हाईवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। फोरलेन की जद में आने वाली जमीन को खाली कराने के साथ ही एनएचएआई अपना निर्माण कार्य शुरू कर रहा है। इस बीच कंधिया के पास रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण करा रहा है। इसे लेकर रेलवे फाटक बंद कर रूट डायवर्जन कर दिया गया है। फाटक बंद होने से बड़े वाहनों सहित साइकिल और बाइक का भी आवागमन रुक गया था। बरदहा पाल चौराहा से किये रूट डायवर्जन से आम लोगों को बड़ी समस्या से जूझना पड़ रहा था। वाराणसी तक के सफर के लिए 18 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है। उसके एवज में 15 से 20 रुपये अधिक किराया भी चुकाना पड़ रहा है। रेलवे ने दो पहिया वाहनों के लिए फाटक खोल दिया। विभाग ने फाटक के दोनों तरफ रखी मिट्टी हटाकर रास्ते को खोला। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को राहत मिली है। दो पहिया वाहनों के लिए फाटक खुलने से कालीन कंपनियों में सर्विस करने वाले मजदूरों के साथ अन्य लोगों को राहत हो गई है। दूसरी तरफ हर दिन साइकिल और बाइक से कपसेठी मंडी से सब्जी लाने वाले लोगों को भी काफी सहूलियत मिली है।
कंधिया फाटक पर ओवरब्रिज बनाने में लगे कर्मचारियों का दावा है कि दो दिनों के बीच चार पहिया और बड़े वाहनों का आवागमन भी सुचारू होगा। फाटक के पास कुछ ही काम शेष बचा है। बस इसे पूरा करने की जरूरत है। इससे सीमावर्ती स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ-साथ व्यापारी और यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। क्योंकि फाटक बंद होने से इन्हें लंबी दूरी का चक्कर काटना पड़ रहा है। इससे समय और धन दोनों का नुकसान हो रहा है।
ओवरब्रिज निर्माण के प्रथम चरण का कार्य पूरा करने के बाद फिलहाल दो पहिया वाहनों के लिए आवागमन शुरू कर दिया गया है। एक से दो दिनों में अन्य कार्यों को पूरा करने के बाद चार पहिया और बड़े वाहनों का आवागमन भी शुरू कर दिया जाएगा।