अजीत विक्रम
गाजीपुर । राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवकों के लिए चरित्र निर्माण का बेहतर मंच है। यह शिविरार्थियों को अनुशासन में रहने के साथ ही सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के प्रति जागरूक बनाता है। यह बातें कन्या पीजी कॉलेज हथियाराम में चल रहे सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के चौथे दिन शनिवार को बौद्धिक सभा के मुख्य अतिथि डॉ0 राकेश त्रिपाठी संस्कृत प्रवक्ता भुड़कुड़ा पीजी कॉलेज ने कही। उन्होंने शिविर में दी जाने वाली जानकारी को आत्मसात कर जीवन पथ पर अग्रसर होने का आह्वान किया। प्राचार्य डा. रत्नाकर त्रिपाठी ने स्वयं सेवकों को उनके कर्तव्यों का बोध कराते हुए कहा कि एनएसएस विपरीत परिस्थिति में जीवन जीने की सीख देता है। वाराणसी के संस्कृत महाविद्यालय की प्रवक्ता डा. अमिता दूबे ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाकर पर्यावरण संरक्षित करना प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है। महाविद्यालय के चंद्रशेखर सिंह, रिंकू सिंह, अंजू सिंह, सुनीता मौर्या आदि ने एनएसएस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसकी उपादेयता बताया। शिविरार्थी छात्राओं ने प्रेरणादाई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस दौरान गोल्डी यादव, रूपाली, रिंकी मिश्रा, अर्चना यादव, नेहा यादव, खुशी गुप्ता, जाह्नवी सिंह, पल्लवी मिश्रा, संजना, ऋतु यादव आदि शिविरार्थी मौजूद रही।